Santkabir Nagar : सांसद से पिटने के बाद विधायक ने समर्थकों से कहा- धैर्य रखें, हिसाब बराबर होगा
भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच हुई मारपीट की घटना का तात्कालिक रूप से पटाक्षेप तो हो गया लेकिन इस घटना से दो जाति विशेष के लोगों में खाई चौड़ी हो गई।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 07 Mar 2019 12:45 PM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 09:36 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व मेहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच हुई मारपीट की घटना का तात्कालिक रूप से पटाक्षेप तो हो गया लेकिन इस घटना से दो जाति विशेष के लोगों में खाई चौड़ी होती जा रही है। इस घटना का असर लोकसभा चुनाव में भाजपा पर भारी पड़ सकती है। विधायक के समर्थक अब सांसद को 'देख लेने' की धमकी दे रहे हैं। विधायक ने तो अपनी फेसबुक वाल पर साफ साफ लिखा कि वे बदला लेंगे। विधायक राकेश सिंह बघेल ने धरना समाप्त करने के बाद अपने फेसबुक पर लिखा कि सभी समर्थकों से निवेदन है कि धैर्य रखें, हिसाब बराबर होगा। इसके बाद राजनीतिक हलके में इसे लेकर तरह तरह की चर्चा होने लगी। पोस्ट आने के बाद कमेंट और लाइक का सिलसिला शुरू हो गया। लोग फेसबुक पोस्ट पर भी सांसद के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे है। बाहर भी इस घटना की प्रतिकिया हो रही है।
फेसबुक पर हो रहे तीखे कमेंट
इस घटना को लेकर सपा नेता जयराम पाण्डेय लिखते हैं – इस कुकृत्य घटना की मैं कड़ी निन्दा करता हूं, मेरे जनपद का दुर्भाय है कि सूफी संत कबीर की नगरी को शर्मसार किया जा रहा है। .... इस घटना में तीसरा व्यक्ति दोषी है, कार्यवाही होनी चाहिए। आम जन की तरफ से विवेक पाण्डेय लिखते हैं कि ये लड़ नहीं रहे थे बल्कि भारत पाकिस्तान के युद्ध का अभ्यास कर रहे थे। शम्भू नाथ तिवारी 11.20 बजे अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि – संतकबीरनगर की घटना में कुछ लोग जातिवादी जहर घोलना चाहते हैं, ठाकुर बनाम ब्राह्मण न करें भाई...। विवेक छापडि़या इसी पोस्ट का प्रत्युत्तर देते हुए लिखते हैं कि ऐसा जहर कोई नहीं घोल रहा है, आपको ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हो सके इस पोस्ट को हटाना सही होगा। संतबली अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि – पत्थर पर नाम लिखवाने के लिए इस तरह का व्यवहार। पूरी तरह से निन्दनीय...। वहीं नरेन्द्र सिंह लिखते हैं- पंडित दीनदयाल पिटाई योजना का शुभारम्भ करते हुए बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और बीजेपी के मेंहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल। अनिल त्रिपाठी लिखते हैं कि – भाई लोग संतकबीरनगर में कुछ हुआ है क्या। जबाव में फलाहारी सिंह लिखते हैं – नाहीं, स्वच्छ भारत अभियान चला है। इसी पोस्ट पर सोनू सिंह लिखते हैं – बीजेपी के दो गुण्डे आपस में भिड़े हैं। सुभद्रनाथ राय लिखते हैं कि – माननीय हो जाने से चरित्र नहीं बदल जाता है, सोच नहीं बदल जाती है। इस तरह की तमाम टिप्पडि़यों से फेसबुक और वाट्सअप तथा सोशल मीडिया के अन्य ऐप भरे हुए हैं।
जाति विशेष में बढ़ेंगी दूरियां
कुछ लोग यह कहते हुए मिले कि भाजपा सांसद व मेहदावल के विधायक के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद कलेक्ट्रेट में जो स्थितियां सामने आई, वह कदापि ठीक नहीं है। इससे दो जाति विशेष के बीच दूरियां बढ़ेगी। लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है।
इसके पूर्व विटामिन-बी काम्प्लेक्स के बयान से माहौल हुआ था गर्म
मेहदावल के भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल एक ब्राह्मण जाति के एसओ के तबादले के मामले में विटामिन-बी काम्प्लेक्स कहने पर जिले का माहौल गर्म हो गया था। इसके विरोध में विधायक का पुतला फूंका गया था। एक जाति विशेष के संगठन ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तत्कालीन डीएम को ज्ञापन सौंपा था। इन्हें पार्टी से हटाने की मांग की गई थी।
फेसबुक पर हो रहे तीखे कमेंट
इस घटना को लेकर सपा नेता जयराम पाण्डेय लिखते हैं – इस कुकृत्य घटना की मैं कड़ी निन्दा करता हूं, मेरे जनपद का दुर्भाय है कि सूफी संत कबीर की नगरी को शर्मसार किया जा रहा है। .... इस घटना में तीसरा व्यक्ति दोषी है, कार्यवाही होनी चाहिए। आम जन की तरफ से विवेक पाण्डेय लिखते हैं कि ये लड़ नहीं रहे थे बल्कि भारत पाकिस्तान के युद्ध का अभ्यास कर रहे थे। शम्भू नाथ तिवारी 11.20 बजे अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि – संतकबीरनगर की घटना में कुछ लोग जातिवादी जहर घोलना चाहते हैं, ठाकुर बनाम ब्राह्मण न करें भाई...। विवेक छापडि़या इसी पोस्ट का प्रत्युत्तर देते हुए लिखते हैं कि ऐसा जहर कोई नहीं घोल रहा है, आपको ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हो सके इस पोस्ट को हटाना सही होगा। संतबली अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि – पत्थर पर नाम लिखवाने के लिए इस तरह का व्यवहार। पूरी तरह से निन्दनीय...। वहीं नरेन्द्र सिंह लिखते हैं- पंडित दीनदयाल पिटाई योजना का शुभारम्भ करते हुए बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और बीजेपी के मेंहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल। अनिल त्रिपाठी लिखते हैं कि – भाई लोग संतकबीरनगर में कुछ हुआ है क्या। जबाव में फलाहारी सिंह लिखते हैं – नाहीं, स्वच्छ भारत अभियान चला है। इसी पोस्ट पर सोनू सिंह लिखते हैं – बीजेपी के दो गुण्डे आपस में भिड़े हैं। सुभद्रनाथ राय लिखते हैं कि – माननीय हो जाने से चरित्र नहीं बदल जाता है, सोच नहीं बदल जाती है। इस तरह की तमाम टिप्पडि़यों से फेसबुक और वाट्सअप तथा सोशल मीडिया के अन्य ऐप भरे हुए हैं।
जाति विशेष में बढ़ेंगी दूरियां
कुछ लोग यह कहते हुए मिले कि भाजपा सांसद व मेहदावल के विधायक के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद कलेक्ट्रेट में जो स्थितियां सामने आई, वह कदापि ठीक नहीं है। इससे दो जाति विशेष के बीच दूरियां बढ़ेगी। लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है।
इसके पूर्व विटामिन-बी काम्प्लेक्स के बयान से माहौल हुआ था गर्म
मेहदावल के भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल एक ब्राह्मण जाति के एसओ के तबादले के मामले में विटामिन-बी काम्प्लेक्स कहने पर जिले का माहौल गर्म हो गया था। इसके विरोध में विधायक का पुतला फूंका गया था। एक जाति विशेष के संगठन ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तत्कालीन डीएम को ज्ञापन सौंपा था। इन्हें पार्टी से हटाने की मांग की गई थी।
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