Move to Jagran APP

सामूहिक दुष्कर्म : दरिंदगी की सारी हदें पार कर गए थे दुष्‍कर्मी

गोरखपुर के कैंपियरगंज में एक महिला के साथ दरिंदों ने सामूहिक दुष्‍कर्म किया। विरोध करने पर दरिंदों ने महिला के पति काे पीटा और महिला की हत्‍या कर दी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 10:47 AM (IST)Updated: Thu, 03 Jan 2019 09:54 AM (IST)
सामूहिक दुष्कर्म : दरिंदगी की सारी हदें पार कर गए थे दुष्‍कर्मी

गोरखपुर, जेएनएन। उसके सामने ही दरिंदों उसकी पत्नी को नोच-खसोट रहे थे। उसकी आबरू को तार-तार कर रहे थे। मगर वह बेबस होकर सब कुछ देखता रहा। दरिंदों से उसने रहम की भीख मांगी, भगवान का वास्ता भी दिया, लेकिन उस पर रहम खाने की बजाय दरिंदे उसे बुरी तरह से पीटते रहे। मदद के लिए पत्नी भी चीख रही थी, चिल्ला रही थी, लेकिन सर्द रात के आगोश में समा कर उसकी चीख दम तोड़ दे रही थी। दरिंदों की दरिंदगी से एक तरफ उसकी पत्नी का दम टूट रहा था तो दूसरी तरफ उसी हर चीख के साथ इंसानियत से उसका भरोसा टूटा रहा था। महिला के साथ दरिंदगी ऐसी हुई थी कि पत्थर दिल भी रो दे।

loksabha election banner

साथ-साथ चल रहा था जश्न और मौत का खेल

कैपियरगंज क्षेत्र के आश्रम में जिस समय तीन दरिंदे, दरिंगदी की सारी हदें पार कर रहे थे, उस समय आसपास के कस्बों, गांवों में नए साल का जश्न पूरे शबाब पर था। एक तरफ डीजे की तेज आवाज में लोग नाच रहे थे, गा रहे थे और शराब के नशे में झूम रहे थे, वहीं दूसरी तरफ तीन दरिंदे, आश्रम के अंदर महिला की आबरू लूटने के साथ ही मौत का खेल, खेल रहे थे। आसपास के गांवों, कस्बों में बज रहे डीजे की तेज आवाज में पति-पत्नी की चीख दम तोड़ दे रहीं थीं।

गरीबी से निजात पाने को जूझ रहा था परिवार

सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले चौकीदार का परिवार बेहद गरीब है। परिवार का भरण-पोषण करने के लिए रोजगार की तलाश में कुछ साल पहले वह कैंपियरगंज आया था। यहीं रहकर ठेला चलाने लगा। बाद में उसे आश्रम में रात को चौकीदारी काम मिल गया। साथ ही रात में वहीं रुकने की सुविधा भी। बाद में पत्नी को भी वह साथ रखने लगा। अभी भी दिन में वह कैंपियरगंज कस्बे में ठेला चलता था और रात में आश्रम की चौकीदारी करता था। अक्सर रात में पत्नी भी उसके साथ जागकर उसका साथ देती थी। सोमवार की रात भी पति-पत्नी अलाव के पास बैठकर घर-परिवार की बातें कर रहे थे, तभी उन पर तीन दरिंदों के रूप में आफत टूट पड़ी।

सकत  में हैं इलाके के लोग

निराकार ब्रह्म की उपासना करने वाले लोगों के इस आश्रम की इलाके में काफी प्रतिष्ठा है। आसपास के लोग इस आश्रम से जुड़े हैं। आश्रम के अंदर चौकीदार और उसकी पत्नी के साथ हुई घटना के बारे में मंगलवार को सुबह पता चलने के बाद से ही इलाके के अधिकतर लोग सकते में हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि कौन ऐसा घिनौना कृत्य कर सकता है? अलबत्ता अधिकतर लोग मान रहे हैं कि कहीं से नए साल का जश्न मनाकर निकले युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया है। रात में ही पहुंचे आश्रम के एक पदाधिकारी ने तो यहां तक कह दिया कि इस तरह की घटना करने वाला इंसान नहीं हो सकता है।

याद आ गया दिल्ली का निर्भया कांड

दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 की रात एक युवक और एक युवती नाइट शो फिल्म देखकर बस से घर लौट रहे थे। रास्ते में बस के चालक, खलासी और उनके तीन अन्य साथियों ने युवती के साथ दङ्क्षरदगी की सारी हदें पार कर दी थीं। आबरू लूटने के साथ ही न केवल उसकी हत्या कर दी थी बल्कि उसके शव के साथ भी उन्होंने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी थीं। इस घटना ने देश के हर व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया था। बाद में प्रतीक के तौर पर उस युवती को निर्भया नाम दिया गया। करीब-करीब उसी तरह कैंपियरगंज के आश्रम में चौकीदार की पत्नी के साथ हुई घटना ने निर्भया की घटना में जनमानस को लगी चोट को हरा कर दिया है।

हैवानियत के बाद घोंटा था गला

कैंपियरगंज क्षेत्र में बदमाशों ने एक आश्रम में चौकीदार की 32 वर्षीय पत्नी से दुष्कर्म करने के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया था। विरोध करने पर उन्होंने महिला को इस कदर पीटा था कि उसके सीने की अधिकतर हड्डियां टूट गईं। उसके अंग क्षत-विक्षत पाए गए। इतना ही नहीं चौकीदार को भी उन्होंने मारपीट कर लहूलुहान कर दिया था। घटना सोमवार रात में 12 बजे के आसपास की है। चौकीदार और उसकी पत्नी आश्रम के एक कोने में अलाव ताप रहे थे। इसी दौरान तीन बदमाश चहारदीवारी फांदकर अंदर आ गए। पति-पत्नी अभी कुछ समझ पाते इससे पहले ही युवकों ने महिला को पकड़ लिया और उसके साथ जोर-जबरदस्ती करने लगे। चौकीदार ने इसका विरोध किया तो डंडे से उसके सिर पर प्रहार कर घायल कर दिया। एक बदमाश डंडे के जोर पर चौकीदार को अलाव के पास ही रोके रखा। उसके दो अन्य साथी महिला को थोड़ी दूर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

महिला के विरोध करने पर बदमाश बुरी तरह से उसकी पिटाई रहे थे। बाद में महिला के शोर मचाने पर चुप कराने के लिए बदमाशों ने उसका गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों युवक वहां से फरार हो गए। बदमाशों के जाने के बाद चौकीदार ने आश्रम से जुड़े लोगों को फोन कर घटना की सूचना दी। आश्रम पहुंचकर उन लोगों ने स्थानीय पुलिस को इस बारे में बताया। चौकीदार, मूल रूप से सिद्धार्थनगर जिले में शोहरतगढ़ क्षेत्र के रहने वाले हैं। आठ साल से वह पत्नी के साथ आश्रम में रहकर चौकीदारी कर रहे थे।

तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम

महिला का पोस्टमार्टम करने के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल गठित किया गया था। पैनल में एक महिला डॉक्टर को भी शामिल किया गया था। मेडिकल कालेज संवाददाता के अनुसार दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आगे की जांच-पड़ताल के लिए डॉक्टरों ने महिला के शरीर के खास हिस्से से निकले द्रव्य और उसके नाखून में फंसे मिले बाल व चमड़ी को सुरक्षित कर लिया है। पोस्टमार्टम में महिला के सीने की अधिकतर हड्डियां टूटी मिली हैं। सिर में भी चोट गहरी चोट आई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.