कचहरी गेट हत्याकांड : दुष्कर्म पीडि़ता के पिता ने की आरोपित की हत्या, बोला कोई अफसोस नहीं
चार साल पहले दिलशाद ने बड़हलगंज के पटनाघाट तिराहा पर सेवानिवृत्त सैनिक के घर के सामने पंचर की दुकान खोली थी। कुछ दिन बाद से मऊ जिले के दोहरीघाट में स्थित कालेज में पढ़ने वाली उनकी बेटी का पीछा शुरू कर दिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीवानी कचहरी गेट पर 21 जनवरी को दिन दहाड़े दिलशाद नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में बड़हलगंज इलाके के पूर्व फौजी को असलहे के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपित ने पुलिस को बताया है कि मारे गए युवक ने उसकी बेटी को अगवा कर दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट के मुकदमे में जमानत पर छूटने के बाद दिलशाद फोन कर परिवार को बदनाम करने की धमकी दे रहा था। सेवानिवृत्त सैनिक को भी फोन करके कहता था कि तुम्हारी बेटी से शादी कर लिया हूं। मुकदमे में समझौता कर लो। छात्रा का भी पीछा कर रहा था। जिसको लेकर पूरा परिवार परेशान था। जिसकी वजह से उसकी हत्या करनी पड़ी। आरोपित ने कहा कि हत्या करने का उसे कोई अफसोस नहीं है।
छात्रा का किया था अपहरण
चार साल पहले दिलशाद ने बड़हलगंज के पटनाघाट तिराहा पर सेवानिवृत्त सैनिक के घर के सामने पंचर की दुकान खोली थी। कुछ दिन बाद से मऊ जिले के दोहरीघाट में स्थित कालेज में पढ़ने वाली उनकी बेटी का पीछा शुरू कर दिया। जानकारी होने पर स्वजन ने विरोध किया तो घर के सामने से दुकान हटा लिया। लेकिन पीछा नहीं छोड़ा।कार्रवाई की चेतावनी देने पर गोला रोड पर दुकान खोललिया।फिर कुछ दिन बाद हैदराबाद में मजदूरी करने वाले अपने पिता के पास चला गया।
दर्ज था दुष्कर्म का मुकदमा
फरवरी 2020 में लौटने के बाद कालेज के लिए निकली छात्रा का अपहरण करके अपने साथ लेकर हैदराबाद चला गया।जहां से पुलिस उसे गिरफ्तार करके ले आई।पीडि़त के बयान के आधार पर अपहरण के मुकदमे में दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट की धारा बढ़ा दी गई।घटना की जानकारी के बाद सेवानिवृत्त सैनिक के स्वजन व रिश्तेदारों ने भी अपना घर छोड़ दिया है।
आठ मार्च के लिए टल गई थी सुनवाई
विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट कोर्ट नम्बर चार में चल रहे मुकदमे में शुक्रवार को गवाही होनी थी।कोरोना संक्रमण के कारण वादकारियों का प्रवेश परिसर में वर्जित होने की वजह से गवाही आठ मार्च के लिए टाल दी गई थी।इससे पहले 12 दिसंबर 2021 को हुई सुनवाई में दिलशाद नहीं आया था।
हमलावरों की संख्या दो होने की चर्चा
मौके पर पहुंचे अधिकारियों को कुछ लोगों ने बताया कि दिलशाद की हत्या करने वाले आरोपितों की संख्या दो थी।वहीं प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार एक ही व्यक्ति ने हत्या की जिसे पकड़ लिया गया।आरोपित ने भी पूछताछ में अकेले ही घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।सच्चाई जानने के लिए पुलिस कचहरी में लगे सीसी कैमरे की फुटेज देख रही है।