मंत्री अनिल राजभर ने कहा, ओवैसी से हाथ मिलाने वाले के नाम पर न करें राजनीति Gorakhpur News
राजा सुहेलदेव के नाम पर राजनीति करने वालों की असलियत राजभर समाज के लोग जान चुके हैं। ऐसे लोग सलार सैयद गाजी का समर्थन कर रहे और ओवैसी से हाथ मिला रहे हैं। उनसे राजभर समाज का भला नहीं होगा।
गोरखपुर, जेएनएन : राजा सुहेलदेव के नाम पर राजनीति करने वालों की असलियत राजभर समाज के लोग जान चुके हैं। ऐसे लोग सलार सैयद गाजी का समर्थन कर रहे और ओवैसी से हाथ मिला रहे हैं। उनसे राजभर समाज का भला नहीं होगा। ऐसे लोगों को जनता लोकसभा चुनाव में नकार चुकी है। यह बातें प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर ने कही। वे कुशीनगर जिला मुख्यालय रवींद्रनगर स्थित सर्किट हाउस में पत्रकारवार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अब तक किसी भी सरकार ने राजा सुहेलदेव की सुध नहीं ली और राजभर समाज के लोगों को भटकाते रहे।
बहराइच में सुहेलदेव का भव्य स्मारक बनाने जा रही भाजपा
भाजपा सरकार बहराइच में सुहेलदेव का भव्य स्मारक बनाने जा रही है। 16 फरवरी को उनकी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चित्तौड़ा मैदान में स्मारक समेत पर्यटन स्थल व अन्य विकास कार्यों का वर्चअल शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।
80 करोड़ रुपये होंगे खर्च
इन परियोजनाओं पर 80 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रदेश के सभी जनपदों के हजारों लोग शिरकत कर सुहेलदेव की भव्य प्रतिमा के अनावरण के साक्षी बनेंगे। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एक हजार वर्ष पहले राजा सुहेलदेव ने अयोध्या पर आक्रमण करने आ रहे सैयद सलार गाजी को पराजित किया था। ऐसे महापुरुष को श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश सरकार स्मारक बनाने जा रही है। विधायक जटाशंकर त्रिपाठी, जिला कोआपरेटिव बैंक के चेयरमैन लल्लन मिश्र, जिला मीडिया प्रभारी विश्वरंजन कुमार आनंद, जिला उपाध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह मौजूद रहे।
जो मंदिरों में नहीं रखते थे कदम, वह लगा रहे श्रद्धा की डुबकी
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि मौनी अमावस्या पर प्रियंका गांधी द्वारा संगम में डुबकी लगाए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह बदलते भारत की तस्वीर है। हमने देखा है जो लोग मंदिरों में कदम नहीं रखते थे, वह आज श्रद्धा की डुबकी लगाते दिख रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सुहेलदेव भारती समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं, क्योंकि उन्होंने ओवैसी के पार्टी से हाथ मिला लिया है।