बगैर सत्यापन के अभिभावकों के खाते में नहीं जाएगी मध्याह्न भोजन की धनराशि
प्राइमरी स्कूल के बच्चों के अभिभावकों खाता सही रहेगा तभी छात्रों के जूता मोजा बैग ड्रेस व कन्वर्जन कास्ट की धनराशि प्रेषित की जाएगी। इसकी मानिटरिंग बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की जाएगी। विभाग ने इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोनाकाल में विद्यालय बंद रहने के कारण बच्चों के मध्याह्न भोजन के कन्वर्जन कास्ट की धनराशि अभिभावकों के बैंक खातों में प्रेषित की जा रही है। यह खाता सही है या नहीं इसका सत्यापन पीएफएमएस (पब्लिक फाइनेंसियल मेनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल के जरिए किया जाएगा। यानी अब खाता सही रहेगा तभी छात्रों के जूता, मोजा, बैग, ड्रेस व कन्वर्जन कास्ट की धनराशि प्रेषित की जाएगी। इसकी मानिटरिंग बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की जाएगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बीएसए से अभिभावकों के बैंक खातों का सत्यापन कर विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं के माता-पिता के खातों का होगा सत्यापन
जनपद स्तर पर बीएसए सत्यापन के दौरान गलत ब्योरा होने पर संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों को प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से ही वापस कर देंगे। जिसे विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर ही सही किया जाएगा। इसके उपरांत विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावकों के बैंक खातों का विवरण को उनके पासबुक से मिलान कर पुन: परीक्षण किया जाएगा, ताकि कोई त्रुटि न हो।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बीएसए से मांगा अभिभावकों के बैंक खातों का विवरण
खंड शिक्षाधिकारी प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से विद्यालयवार प्रधानाध्यापकों द्वारा प्रमाणित किए गए डाटा को प्राप्त करेंगे तथा उसे सत्यापित कर प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से ही बीएसए को प्रेषित करेंगे। जिन छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के बैंक खातों का सत्यापन नहीं हो पा रहा है उनका ब्योरा पोर्टल से डिलीट करने के लिए यदि प्रधानाध्यापक द्वारा संस्तुति की जाती है तो संबंधित खंड शिक्षाधिकारी के लागिन से उसे डिलीट किया जाएगा।
सही ब्योरा करना होगा अपलोड
बैंक खातों का सही ब्योरा ही पोर्टल पर अपलोड करना होगा। यह विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनिश्चित करेंगे। उनके प्रमाणित किए जाने के बाद ही ब्योरा पोर्टल पर अपलोड होगा।
अभिभावकों का बैंक खाता सही या नहीं। छात्र को कन्वर्जन कास्ट या अन्य मद की धनराशि प्रेषित की जा रही है वह सही खाते में जा रही है या नहीं। यह सुनिश्चित करने के लिए महानिदेशक ने यह निर्देश जारी किया है। इसी के तहत अभिभावकों के खातों का सत्यापन किया जाएगा। फर्जी खातों का अंकुश लगाना व सही खाते में धनराशि प्रेषित करना विभाग का उद्देश्य है। - बीएन सिंह, बीएसए।