फोरलेन के डिवाइडर पर खड़े होंगे मेट्रो के पिलर, इसलिए बदला गया फोरलेन का प्रारूप Gorakhpur News
गोरखपुर में मेट्रो के पिलर फोनलेन के डिवाइडर पर बनाए जाएंगे। इसलिए फोरलेन का प्रारूप बदल दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में मेट्रो के लिए रेल पटरी ब्रिज पर बनाई जाएगी। ब्रिज के पिलर फोरलेन के डिवाइडर पर खड़े किए जाएंगे। इस प्रक्रिया में सड़क टूटेगी। डामर वाली सड़क की मरम्मत आसानी से हो जाती है। इस वजह से मेडिकल रोड पर सीसी रोड की जगह डामर से सड़क बनाने का निर्णय लिया गया है।
सर्वे के बाद लिया गया निर्णय
मेडिकल कॉलेज रोड पहले डामर से ही बननी थी, बाद में मुख्यमंत्री ने इसे सीसी रोड बनाते हुए मॉडल रूप में विकसित करने के निर्देश दिए, जिस पर अमल भी शुरू हो गया। मेडिकल कॉलेज से शाहपुर थाना तिराहा मोड़ तक पश्चिमी लेन और जेमिनी पैराडाइज के पहले तक पूर्वी लेन सीसी रोड बनकर तैयार है। निर्माण चल ही रहा था, इसी बीच नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में आई उच्चस्तरीय कमेटी ने सर्वे के बाद निर्देश दिया कि मेट्रो गुजरने के मद्देनजर शेष रोड डामर से बनाई जाए।
अधिक नुकसान से बचने की कवायद
मेडिकल कॉलेज रोड से भी मेट्रो गुजरेगी। मेट्रो के पिलर खड़े करने में ज्यादा नुकसान न हो, इसलिए अब यह रोड सीसी नहीं, डामर से बनाई जाएगी। शाहपुर थाना तिराहा मोड़ से असुरन तक दोनों लेन सड़क निर्माण के लिए शेष है। जेमिनी पैराडाइज से शाहपुर थाना तिराहा मोड़ तक पूर्वी लेन का भी निर्माण नहीं हुआ है। इन स्थानों पर अब डामर वाली सड़क ही बनाई जाएगी। कार्यदायी संस्था पीडब्लूडी के मुताबिक मार्च में हर हाल में रोड पूर्ण कर आवागमन के लिए खोल दी जाएगी।
मिट्टी बेड बिछाने का कार्य शुरू
जेमिनी पैराडाइज से एचएन सिंह चौराहे तक पूर्वी लेन पर डामर वाली सड़क के लिए मिट्टी बेड बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। एचएन सिंह चौराहे से पश्चिमी लेन के बगल नाली निर्माण शुरू हो गया है।
चौड़ाई में नहीं आएगा अंतर
रोड की चौड़ाई पहले जितनी ही रहेगी। बीच में डिवाइडर व उसके दोनों तरफ 8.75-8.75 मीटर चौड़ी सड़क होगी। इसके लिए असुरन से एचएन सिंह चौक तक दोनों तरफ 13-13 मीटर, वहां से खजांची तक 15-15 मीटर व आगे 18-18 मीटर चौड़ाई में जगह खाली कराई जा चुकी है। इसका पूरा उपयोग होगा।
फिर भी बनेगी मॉडल रोड
मेडिकल कॉलेज रोड डामर से बनने के बावजूद शहर की मॉडल रोड ही रहेगी। एक से ढाई मीटर तक डिवाइडर, रोड लाइट, दोनों ओर तीन-तीन मीटर की सर्विस रोड दी जाएगी। उसके बाद नाला व विद्युत पोल रहेंगे।
यह रोड मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है। इसे मॉडल रोड ही बनाया जाएगा। उ'च कमेटी के निर्देश पर प्रारूप में थोड़ा बदलाव किया गया है। सीसी की अपेक्षा डामर से सड़क बनाने में कम समय लगता है। रोड को हर हाल में आगामी मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। - राजेश कुमार, सहायक अभियंता, प्रांतीय खंड, पीडब्लूडी