बढ़ी दुश्वारियां, तय समय में पूरा नहीं हो सका मेडिकल रोड का निर्माण Gorakhpur News
असुरन से एचएन सिंह चौराहे तक सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। पूरी सड़क खराब हो चुकी है। बारिश हो जाने से जगह-जगह गड्ढे पानी से भर गए हैं जो दुर्घटना को दावत दे रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। मेडिकल कॉलेज रोड का निर्माण तय समय में पूरा न होने पाने से नागरिकों की परेशानी बढ़ गई है। साढ़े तीन साल से लोग दुश्वारियां झेल रहे हैं। पहले सड़क निर्माण को पूरा करने का समय मई 2018 निर्धारित था। लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) ने अब यह लक्ष्य मार्च 2020 रखा है। इस अवधि में भी सिर्फ एक माह शेष है और काम लगभग आधा बाकी। पुनरीक्षित बजट तो स्वीकृत हो गया है लेकिन धन का आवंटन अभी नहीं हो पाया है।
अभी नहीं हुआ धन का आवंटन
असुरन- परतावल की 19.4 किमी सड़क को फोरलेन सीसी रोड बनाने के लिए मई 2016 में 183.34 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ था। मेडिकल कॉलेज से असुरन तक डामर वाली सड़क बननी थी। बाद में इसे भी सीसी रोड बनाते हुए मॉडल रोड के रूप में विकसित करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया। इसके लिए अगल-बगल के मकान तोड़े गए। पुन: मकानों के मुआवजा को शामिल करते हुए 434.91 करोड़ रुपये का पुनरीक्षित बजट स्वीकृत हुआ, लेकिन धन का आवंटन अभी नहीं हुआ है।
चलने लायक नहीं है सड़क
असुरन से एचएन सिंह चौराहे तक सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। पूरी सड़क खराब हो चुकी है। बारिश हो जाने से जगह-जगह गड्ढे पानी से भर गए हैं, जो दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। जब बारिश नहीं होती तो सड़क पर धूल उडऩे से नागरिक परेशान होते हैं। जबकि इस मार्ग से बड़ी संख्या में एंबुलेंस व स्कूली वाहनों का आना-जाना होता है।
तीन माह में निर्माण पूरा करने का दावा
इस संबंध में पीडब्लूडी के मुख्य अभियंता एसपी सिंह का कहना है कि कई बार डिजाइन को लेकर तब्दीली हुई। इससे कार्य में विलंब हुआ। एचएन सिंह चौराहे तक निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। पुनरीक्षित बजट स्वीकृत हो गया है। धन आवंटित होने के बाद तीन माह में निर्माण पूरा करा देंगे।