Coronavirus: गोरखपुर में मास्क व सैनिटाइजर का बाजार धड़ाम, जानें- कितने निचले स्तर पर पहुंचा कीमत
ओटी मास्क रोजाना लगभग 25 हजार की संख्या में बिकते थे अब उनकी बिक्री घटकर पांच हजार हो गई है। एन-95 की पूछ भी कम हुई है। रोजाना तीन हजार की संख्या में बिकने वाले इस मास्क की बिक्री 500 पर सिमट गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। जून-जुलाई की तुलना में मास्क व सैनिटाइजर की मांग काफी घट गई है। बाजार पर इसका असर साफ दिख रहा है। दोनों की बिक्री में करीब 80 फीसद की गिरावट आई है। वे व्यापारी चिंतित हैं जिन्होंने अधिक मात्रा में मास्क व सैनिटाइजर मंगा लिया था।
दो महीने में 25 हजार से पांच हजार पर पहुंची ओटी मास्क की बिक्री
दो माह पहले तक ओटी मास्क रोजाना लगभग 25 हजार की संख्या में बिकते थे, अब उनकी बिक्री घटकर पांच हजार हो गई है। एन-95 की पूछ भी कम हुई है। रोजाना तीन हजार की संख्या में बिकने वाले इस मास्क की बिक्री 500 पर सिमट गई है। कुछ ऐसा ही हाल सैनिटाइजर का है। जून-जुलाई में रोज लगभग पांच हजार लीटर सैनिटाइजर बिक जाता था। इस समय मांग लगभग एक हजार लीटर ही है। अब ज्यादातर नर्सिंग होमों, अस्पतालों व कार्यालयों से ही मांग आ रही है।
मांग के अनुसार बड़े पैमाने पर मंगाया गया सामान
कोरोना को लेकर मार्च- अप्रैल में जो भय लोगों में था, अब वह धीरे-धीरे कम होने लगा है। उस समय मास्क व सैनिटाइजर खरीदने के लिए होड़ लगी थी और उपलब्धता कम थी। इस वजह से इनकी कालाबाजारी भी शुरू हो गई। लॉकडाउन में दो रुपये का ओटी मास्क 20 रुपये और 50 रुपये का एन 95 मास्क ढाई सौ रुपये तक बिका। लॉकडाउन खत्म होने के बाद इनकी उपलब्धता बढ़ी तो भी मांग बनी रही। इसे देखते हुए व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर दोनों सामान मंगा लिए थे।
मास्क और सैनिटाइजर की कीमत
बाजार में ओटी मास्क 2.50 रुपये से छह रुपये तक है। इसी तरह से एन 95- मास्क 30 रुपये से 50 रुपये कीमत तक में उपलब्ध है। जहां तक सैनिटाइजर की कीमत की बात है तो पांच लीटर का दाम 650 रुपये हैं और सौ मिलीलीटर सैनिटाइजर की कीमत 50 रुपये है।
क्या कहते हैं थोक व्यवसायी
सर्जिकल सामान के थोक व्यापारी राजर्षि बंसल का कहना है कि लोगों में कोरोना का भय धीरे-धीरे खत्म हो रहा है या वे लापरवाह हो रहे हैं। इस वजह से मास्क व सैनिटाइजर की मांग में लगभग 80 फीसद की गिरावट आई है। वहीं सर्जिकल सामान के थोक व्यापारी रोहित त्रेहान का कहना है कि मांग को देखते हुए बड़े पैमाने पर मास्क व सैनिटाइजर मंगा लिया। इनकी बिक्री में बहुत ज्यादा कमी आई है। इनका बाजार लगभग 20 फीसद का रह गया है।