बस्ती जेल से मनोज मेहतो पहुंचा सीबीआइ की कस्टडी में Gorakhpur News
मास्टरमाइंड हामिद अशरफ के सुपरसेलर रहे मनोज मेहतो को सीबीआइ ने दिल्ली में पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया है। मनोज को सीबीआइ ने रिमांड पर लेने के लिए दिल्ली की मेट्रोपोलिटन कोर्ट प्रथम में अर्जी दी थी।
गोरखपुर, जेएनएन : अवैध ई-टिकटिंग के खेल में शामिल जालसाजों की पृष्ठभूमि की जांच पड़ताल में अब सीबीआइ (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) भी कूद पड़ी है। मास्टरमाइंड हामिद अशरफ के सुपरसेलर रहे मनोज मेहतो को सीबीआइ ने दिल्ली में पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया है। मनोज को सीबीआइ ने रिमांड पर लेने के लिए दिल्ली की मेट्रोपोलिटन कोर्ट प्रथम में अर्जी दी थी। इस क्रम में बस्ती जेल से पुलिस की एक विशेष टीम मनोज मेहतो को लेकर गोरखधाम ट्रेन से दिल्ली पहुंची। कोर्ट ने मनोज को सीबीआइ को तीन दिन की पूछताछ के लिए रिमांड पर दे दिया है।
जिला कारागार में निरुद्ध है मनोज
ई-टिकट के अवैध कारोबार में शामिल मनोज मेहतो 10 दिसंबर, 2020 से जिला कारागार में निरुद्ध है। बस्ती के वरिष्ठ जेल अधीक्षक संतलाल यादव ने बताया कि पुलिस उसे दिल्ली के मेट्रो पोलिटन कोर्ट प्रथम में पेश करने के लिए यहां से लेकर गई थी। उसे कोर्ट में पेश करना था। रेडमिर्ची साफ्टवेयर के जरिए हामिद अशरफ ई-टिकटिंग की आइआरसीटीसी की वेबसाइट में सेंधमारी कर चर्चा में आया था। वर्ष 2016 में वह अनधिकृत टिकट के कारोबार में सीबीआइ के हत्थे चढ़ा था। बंगलुरू कोर्ट में उसे पेश किया गया था। 14 दिन बाद ही उसे जमानत मिल गई। जेल से छूटने के बाद उसने बस्ती छोड़ दिया। तब से वह दुबई तो कभी नेपाल से इस धंधे को संचालित कर रहा है।
हामिद का फंड मैनेजर था मेहतो
बिहार के सीतामढ़ी का मनोज मेहतो हामिद की वेबसाइट का सुपरसेलर था। आरपीएफ और बस्ती पुलिस के संयुक्त आपरेशन में इसकी गिरफ्तारी हुई थी। चार दिन पहले हामिद के पिता जमिरूलहक लल्ला और राइटहैंड योगेंद्र विश्वकर्मा भी जेल की सीखचों के भीतर पहुंच गए। इनके जरिये 12 करोड़ से अधिक की काली कमाई से अर्जित संपत्तियों का ब्योरा हर्रैया पुलिस ने जुटाया तो सबके कान खड़े हो गए। गैंग का सक्रिय सदस्य गोंडा का शमशेर आलम एक साल से जेल में है। उसे दिसंबर, 2019 में प़ुरानी बस्ती थाने की पुलिस ने पकड़ा था। इस तरह हामिद के सारे करीबी जेल की सीखचों के भीतर पहुंच चुके हैं।
सीबीआइ की कस्टडी में मनोज मेहतो
आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त अमित मिश्रा ने बताया कि ई-टिकट के अवैध कारोबार में शामिल रहे मनोज को मेट्रो पोलिटन कोर्ट में पेशी के लिए बस्ती पुलिस गोरखधाम ट्रेन से लेकर दिल्ली गई थी। सीबीआइ भी ई टिकट के अनधिकृत कारोबार के कई मामलों की जांच कर रही है। इसमें मनोज वांछित चल रहा था।
अनसुलझे पहलुओं को सुलझाएगी सीबीआइ
ई-टिकट से जुड़े कई अन्य अनसुलझे पहलुओं को सुलझाने के लिए जिला कारागार में निरुद्ध मनोज मेहतो से अब सीबीआइ पूछताछ करेगी। मनोज सुपर सेलर के साथ ही गैंग के सरगना हामिद का फंड मैनेजर भी था। तीन दिन में सीबीआइ ने क्या-क्या राज खोले, यह तो तीन दिन बाद ही पता चल सकेगा।