मनबढ़ों ने कपड़ा बेचकर लौट रहे युवक का निजी अंग काटा, चार युवकों ने मिलकर दी घटना को अंजाम Gorakhpur News
चार युवकों ने कपड़ा बेचकर लौट रहे कारोबारी को पकड़कर पीटा। उसके बाद चारो बदमाशों ने चाकू से निजी अंग काट दिया और फरार हो गए। इससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन। हरपुर बुदहट क्षेत्र में मदरिया और सिधवलिया गांव के बीच पुलिया पर चार युवकों ने शनिवार की देर शाम कपड़ा बेचकर लौट रहे कारोबारी को पकड़कर पीटने के बाद निजी अंग काट दिया। उनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया है। कारोबारी के पिता ने रविवार को हरपुर थाने पहुंचकर अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी है। घटना की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। हालांकि क्षेत्र में अनैतिक संबंध में घटना होने की चर्चा है।
कपड़े का थोक व्यापारी है युवक
मिली खबर के अनुसार संतकबीरनगर जिले में महुली क्षेत्र के रहने वाले युवक का कपड़े का थोक कारोबार है। छोटे दुकानदारों के आर्डर पर वह उनकी दुकान पर कपड़ा पहुंचाते हैं। शनिवार को बांसगांव के माल्हनपार में एक दुकान पर कपड़ा पहुंचाकर खजनी होते हुए बाइक से घर लौट रहे थे। छह बजे के आसपास हरपुर क्षेत्र में मदरिया और सिधवलिया गांव के बीच पुलिया पर पहुंचे ही थे कि पीछे से एक ही बाइक पर सवार होकर आए दो युवकों ने ओवरटेक कर उन्हें रोक लिया। कपड़ा कारोबारी अभी कुछ समझ पाते, इससे पहले ही एक बाइक से दो और युवक वहां पहुंच गए।
बाइक सवारों ने पीटते हुए उन्हें बाइक से खींच लिया और जमीन पर गिराकर उनसे पूछा कि तुम तिवारी हो। इससे इन्कार करते हुए कारोबारी अपना सरनेम बताया लेकिन हमलावरों ने उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए चाकू से निजी अंग काट दिया और फरार हो गए। कारोबारी ने मोबाइल फोन से इसकी सूचना परिवार के लोगों को दी। इस बीच आसपास के लोगों ने उनको अस्पताल पहुंचा दिया था। परिजन उन्हें मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां से डॉक्टरों ने उनको लखनऊ रेफर कर दिया।
आठ दिसंबर को होनी है शादी
बदमाशों की दरिंदगी का शिकार हुए युवक की शादी तय है। आठ दिसंबर का बारात जानी है। इसी बीच उनके साथ यह दिल दहला देने वाली घटना हो गई। खजनी इलाके में उनकी शादी होनी है।
कौन है तिवारी
कारोबारी को रोकने के बाद बदमाशों ने उनसे पूछा था कि तुम तिवारी हो? इससे इन्कार करने के बाद भी उन्होंने उनका निजी अंग काट दिया। अब सवाल यह है कि तिवारी कौन है, जिसे हमलावर खोज रहे थे। कहीं किसी गलतफहमी में वह बदमाशों के शिकार तो नहीं हो गए।