छात्रों की जिज्ञासा शांत करेंगे मेजर जनरल सहगल, MMMUT के कार्यक्रम में लेंगे हिस्सा Gorakhpur News
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एसोसिएशन आफ सिविल इंजीनियर्स की ओर से ’सृजन’ नाम के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में रक्षा विशेषज्ञ रिटायर्ड मेजर जनरल पीके सहगल का साक्षात्कार विद्यार्थियों द्वारा लिया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एसोसिएशन आफ सिविल इंजीनियर्स की ओर से ’सृजन’ नाम के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभाग के विद्यार्थी देश के नामचीन हस्तियों का साक्षात्कार लेंगे और उन हस्तियों को अनुभवों से अन्य विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों से साझा करेंगे।
’अनुभव से प्रेरणा’ के लक्ष्य से साथ आयोजित इस कार्यक्रम में आगामी 30 सितंबर को रक्षा विशेषज्ञ रिटायर्ड मेजर जनरल पीके सहगल का साक्षात्कार विद्यार्थियों द्वारा लिया जाएगा। कोविड संक्रमण को देखते हुए यह आयोजन आनलाइन होगा। एसोसिएशन के फेसबुक पेज ’अवलंबन’ पर लाइव होने वाले इस कार्यक्रम का लाभ कोई भी इच्छुक विद्यार्थी उठा सकेगा। यह वह अवसर होगा जब प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और विभिन्न काॅलेजों के विद्यार्थी रक्षा क्षेत्र से जुड़ी जानकारी की दुविधा का समाधान कर सकेंगे। इस कार्यक्रम के तहत इससे पहले विश्व के सबसे तेज ह्यूमन कैलकुलेटर नीलकंठ भानुप्रकाश बीते 28 सितंबर को विश्वविद्यालय के विद्यिार्थियों को अपनी ज्ञानवर्द्धक बातों से समृद्ध कर चुके हैं।
डीडीयू में जल्द मिलेगी असीमित डाउनलोड वाली वाईफाई सुविधा
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय में वाईफाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ’इंटरनेट व वाईफाई समन्वय समिति का गठन किया है। यह समिति शिक्षकों से लेकर छात्रों तक के लिए परिसर में असीमित डाउनलोड के साथ वाईफाई सुविधा मिलना सुनिश्चित करेगी। वाणिज्य विभाग के आचार्य प्रो. अजेय कुमार गुप्त को समिति का संयोजक बनाया गया है। प्राणि विज्ञान विभाग के प्रो. अजय सिंह, इलेक्ट्रानिक्स विभाग के प्रो. मनीष मिश्रा, कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष डाॅ. उपेंद्र नाथ त्रिपाठी और कंप्यूटर सेंटर के प्रोग्रामर सच्चिदानंद पांडेय समिति के सदस्य होंगे। समिति एक महीने के अंदर समूचे परिसर में वाईफाई सुविधा सुनिश्चित करेगी। कुलपति ने बताया कि सभी विभागों में पहले से ही इंटरनेट सुविधा देने के लिए नेटवर्किंग की व्यवस्था हो चुकी है। ऐसे में जल्द से जल्द वाईफाई उपलब्ध कराने का कार्य थोड़े से प्रयास से संभव हो सकेगा। कुलपति ने कहा कि हमें अपना डाटा संग्रहीत करने के लिए सर्वर की आवश्यकता होती है। ऐसे में बहुत जल्द परिसर में सर्वर के साथ-साथ सूचना और संचार सेल भी स्थापित किया जाएगा।
पहले डेमो में होंगे पास, फिर मिलेगा टेबलेट
कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षण के जरिये बेहतर कार्य करने वाले माध्यमिक विद्यालयों में दो सौ शिक्षकों को टेबलेट वितरित किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को पहले ऑनलाइन डेमो में पास होना होगा। पहले चरण में पचास शिक्षकों को पांच अक्टूबर को टेबलेट व प्रमाण पत्र दिया जाएगा। जनपद के इसके लिए सहायता प्राप्त व राजकीय विद्यालय के शिक्षकों का चयन किया जाएगा। डीआइओएस द्वारा शिक्षकों के चयन के लिए ब्लाक स्तर पर के नोडल अधिकारियों ने अपने-अपने विकासखंड के शिक्षण व प्रशिक्षण कार्य में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षकों की सूची डीआइओएस कार्यालय को भेज दी है।30 सितंबर से दो अक्टूबर तक इसी सूची के आधार पर शिक्षकों का ऑनलाइन डेमो प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। डेमो के आधार पर डीआइओएस द्वारा गठित तीन सदस्यीय निर्णायक समिति शिक्षकों का चयन करेगी। डायट प्राचार्य भूपेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित निर्णायक समिति में गोरखपुर विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो.अजय कुमार शुक्ला व मारवाड़ इंटर कालेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य आरएन गुप्त सदस्य होंगे।