Gorakhpur Zoo: मैलानी ने किया मार्निंग वाक, धूप सेंकता रहा नंदा
नई जगह होने के बाद भी बाघिन मैलानी सुबह काफी देर तक बाड़े में चहलकदमी करती रही। दूसरे दिन भी अपनी डाईट के अनुसार उन्होने खाना खाया। डाक्टरों की टीम दोनों पर लगातार नजर रख रही है। उनके खाने-पीने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। लखनऊ चिडिय़ाघर से शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान (चिडिय़ाघर) गोरखपुर लाई गई बाघिन मैलानी सुबह काफी देर तक बाड़े में चहलकदमी करती रही। वहीं तेंदुआ नंदा अलसाया सा काफी देर तक धूप में बैठा रहा। नई जगह होने के बाद भी हाव-भाव से दोनों सहज लग रहे थे। दूसरे दिन भी अपनी डाईट के अनुसार उन्होने खाना खाया। डाक्टरों की टीम दोनों पर लगातार नजर रख रही है। उनके खाने-पीने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
वन्यजीवों से गुलजार होने लगा है चिडि़याघर
चिडिय़ाघर धीरे-धीरे वन्यजीवों से गुलजार होने लगा है। बीते गुरुवार को विनोद वन से दो चीतल (स्पाटेड डियर) और एक पाढ़ा (हाक डियर) लाया गया था, वहीं शनिवार को लखनऊ चिडिय़ाघर से एक बाघिन (मैलानी) और एक तेंदुआ (नंदा) के साथ ही दो सेही (साही) तथा नौ टर्टल (कछुआ) गोरखपुर चिडिय़ाघर लाए गए। सभी को एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन रखा गया है। पहले दिन मैलानी को आठ किग्रा और नंदा को तीन किग्रा गोश्त दिया गया। वहीं सेही को सब्जियों का मिश्रण तथा टर्टल को छोटी मछलियां पेश की गई थीं।लखनऊ चिडिय़ाघर से लाए जाने के बाद मैलानी और नंदा पहले दिन कुछ असहज दिख रहे थे। हालांकि रात में भोजन के बाद दोनों काफी हद तक सहज हो गए थे। सुबह मैलानी बाड़े में काफी देर तक टहलती रही। नंदा ने भी कुछ देर तक मार्निंग वाक किया, लेकिन अधिकतर समय वह धूप में आराम फरमाता दिखा। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्साधिकारी डा.योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी वन्यजीव पूरी तरह सहज और स्वस्थ हैं। डाइट चार्ट के अनुसार उन्हें भोजन दिया जा रहा है।
अभी आने है अन्य वन्यजीव
इस बीच लखनऊ चिडिय़ाघर से दूसरी खेप में वन्यजीवों को लाने की तैयारी चल रही है। तय शेड्यूल के मुताबिक कुछ और वन्यजीव लखनऊ से गोरखपुर लाए जाए हैं। इसमें सात काले हिरन (चार नर व तीन मादा), एक जंगली बिल्ली (मादा), चार बारासिंघा (दो नर दो मादा), दो पाढ़ा (हाक डियर एक नर एक मादा) शामिल हैं। इनके अलावा दो सियार (जैकाल), छह काकड़ (बार्किंग डियर तीन नर व तीन मादा), दो रसल वाइपर (एक नर व एक मादा), चार पाइथन, दो घडिय़ाल (एक नर व एक मादा) भी लखनऊ चिडिय़ाघर से लाए जाने हैं।