महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में मिलेंगे पाठ्यक्रमों के रोजगार परक विकल्प Gorakhnath News
बीते दिनों शासन की पांच सदस्यीय कमेटी ने दो माह पहले विश्वविद्यालय के लिए सोनबरसा में गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय की ओर से प्रस्तावित स्थल का मौका-मुआयना किया था। टीम ने विश्वविद्यालय के इंतजाम को शासन के मानक पर खरा पाया था।
गोरखपुर, जेएनएन। वह दिन दूर नहीं जब गोरखपुर प्रदेश के उन जिलों में शामिल हो जाएगा, जहां एक-दो नहीं तीन-तीन विश्वविद्यालय हैं। मंगलवार को प्रदेश कैबिनेट से गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज और महायोगी गोरखनाथ निजी विश्वविद्यालय व चिकित्सालय के लिए खरीद गई भूमि को विनियमित करने पर मुहर लगा दी। इसके साथ ही इस विश्वविद्यालय की स्थापना का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया। इससे यह भी साफ हो गया है कि बहुत जल्द पूर्वांचल के युवाओं को विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिए एक और विकल्प मिल जाएगा। इस विश्वविद्यालय में युवाओं को कई विशिष्ट पाठ्यक्रम के विकल्प भी मिलेंगे। इसे लेकर युवाओं में खुशी की लहर है।
शासन की समिति ने किया था मौका-मुआयना, मानक पर खरा मिला था विश्वविद्यालय का इंतजाम
शासन की ओर से गठित पांच सदस्यीय कमेटी ने दो माह पहले विश्वविद्यालय के लिए सोनबरसा में गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय की ओर से प्रस्तावित स्थल का मौका-मुआयना किया था। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता वाली समिति ने उस दौरान विश्वविद्यालय के इंतजाम को शासन के मानक पर खरा पाया था। समिति ने भूमि की उपलब्धता, भवन, अवसंरचनात्मक सुविधा, शिक्षण और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की स्थिति, विकास संबंधी लक्ष्यों और नियोजन संबंधी आवश्यकताओं का प्रस्तावित पाठ्यक्रम के मद्देनजर गहन निरीक्षण किया था।
पहले से चल रहा है नर्सिंग कालेज
प्रस्तावित विश्वविद्यालय का भवन अत्याधुनिक है और गुरु श्रीगोरक्षनाथ नर्सिंग कालेज नाम से एक कालेज वहां पहले से संचालित है। समिति में शासन की ओर से उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव श्रवण कुमार सिंह भी शामिल थे। करीब 200 एकड़ में अत्याधुनिक संसाधनों के साथ स्थापित होने वाले इस विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को बाजारोन्मुखी और रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का विकल्प तो मिलेगा ही, साथ ही शोधार्थियों को शोध की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
मुख्य रूप से इन पाठ्यक्रमों को संचालित करने का है प्रस्ताव
बीएससी नर्सिंग, बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस, बीडीएस, एमबीबीएस, बीफार्मा, डीफार्मा, बीएससी एलटी, बीएससी एजी, बीए आनर्स, बीएससी आनर्स, बीकाम, बीएड, बीएससी-बीएड, बीए-बीएड, बीपीएड आदि।