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ई-पाठशाला एप से पढ़ेंगे मदरसे के छात्र Gorakhpur News

बदलते दौर में मदरसों में अध्ययनरत छात्र दूसरों से पिछड़ न जाए इसलिए प्रदेश सरकार मदरसों को भी हाईटेक बनाना चाहती है। इसलिए ई-पाठशाला एप के जरिए पढ़ाए जाने का निर्णय लिया।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 09:30 AM (IST)
ई-पाठशाला एप से पढ़ेंगे मदरसे के छात्र Gorakhpur News
ई-पाठशाला एप से पढ़ेंगे मदरसे के छात्र Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। मदरसे के बच्चे भी अब एप के जरिए पढ़ाई करेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट (एमएचआरडी) और नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेङ्क्षनग (एनसीईआरटी) के एप के माध्यम से एनसीईआरटी की किताबों का छात्र आसानी से अध्ययन कर सकेंगे। इसके लिए यूजर्स को एनसीईआरटी का एप डाउनलोड करना होगा। मदरसा बोर्ड के रजिस्टार आरपी सिंह ने सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पत्र जारी कर अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों को एप के बारे में जानकारी देते हुए उसका इस्तेमाल कराने का निर्देश दिया है।

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मदरसों को भी हाईटेक बनाना चाहती है सरकार

बदलते दौर में मदरसों में अध्ययनरत छात्र दूसरों से पिछड़ न जाए इसलिए प्रदेश सरकार मदरसों को भी हाईटेक बनाना चाहती है। कोरोना संक्रमण की वजह से मदरसे बंद हुए तो सरकार ने बच्चों को ई-पाठशाला एप के जरिए पढ़ाए जाने का निर्णय लिया। एनसीईआरटी की इस एप में 15 भाषाओं में किताबें मौजूद हैं। इसे ऑफलाइन मोड में भी पढ़ा जा सकता है। वहीं जरूरत पडऩे पर डाउनलोड और सेव भी किया जा सकता है, जिससे भविष्य में इसे ढूंढने में परेशानी का सामना न करना पड़े।

तीन भाषाओं में पढ़ने की सुविधा

इसके साथ ही इसमें कई और विकल्प भी मौजूद हैं। किताब को चयन करते वक्त भी हिंदी, इंग्लिश और उर्दू तीनों ही भाषाओं में इसे पढऩे की सुविधा दी गई है, ताकि कोई छात्र, शिक्षक व अभिभावक इसे आसानी से पढ़कर समझ सके। इस पाठशाला में एक से लेकर कक्षा 12 तक छात्रों के लिए सामग्री मौजूद है। इसमें किताबों के अलावा आडियो-वीडियों की सुविधा भी उपलब्ध है।

मोबाइल पर डाउनलोड करना है ई-पाठशाला एप

इस संबंध में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय का कहना है कि मदरसों के बच्चे अब एनसीईआरटी के एप से पढ़ाई करेंगे। इसके लिए उन्हें सिर्फ मोबाइल पर ई-पाठशाला एप डाउनलोड करना है। इस संबंध में सभी मदरसों को पत्र भेजा गया है।

जिले में मदरसों की संख्‍या

जिले के मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्‍या कम नहीं है। जहां तक मदरसों की बात है तो अनुदानित मदरसों की संख्या 10 है और इसमें पढ़ने वाले छात्रों की संख्या करीब 2500 है। इसी तरह से मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या 235 और इसमें अध्ययनरत छात्रों की संख्या तकरीबन 23500 है।


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