फल के कारोबार में हुआ घाटा तो मौसम वैज्ञानिक से मांगी रंगदारी Gorakhpur news
मौसम वैज्ञानिक नलनिश कुमार चौधरी से रंगदारी मांगने वालों को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों ने चार लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। कपड़े गए दो आरोपितों में से एक फल विक्रेता है जिसने नुकसान की भरपाई के लिए यह रास्ता चुना।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मौसम वैज्ञानिक नलनिश कुमार चौधरी से चार लाख रंगदारी मांगने वाले दो को गुलरिहा पुलिस ने मंगलवार को शिवपुर -सहबाजगंज के पास गिरफ्तार किया। पकड़े गए एक आरोपितों में एक फल विक्रेता है, जो मौसम वैज्ञानिक का पुराना परिचित है। फल व्यापार में हुए घाटे को पूरा करने के लिए उसने रंगदारी मांगी थी।
सीओ चौरीचौरा दिनेश सिंह ने मंगलवार की दोपहर पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पांच फरवरी को गुलरिहा के शताब्दीपुरम में रहने वाले मौसम वैज्ञानिक नलनीश कुमार चौधरी को चिट्ठी भेज बदमाशों ने चार लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। रुपये न मिलने पर जान से मारने की धमकी दी थी।
चार लाख रुपये न मिलने पर दी थी जान से मारने की धमकी, सीसी फुटेज से मिला सुराग
डीआइजी/एसएसपी जोगेंद्र कुमार के आदेश पर सात फरवरी को अज्ञात बदमाशों पर रंगदारी मांगने का केस दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही थी। सीसी कैमरे की फुटेज के जरिए गुलरिहा पुलिस को दो संदिग्ध बदमाशों की गाड़ी का नंबर मिला। छानबीन करने पर उनकी पहचान गोरखनाथ के हुमायूंपुर उत्तरी निवासी रामकेश गुप्ता व खोराबार के नंदानगर निवासी वीरेंद्र निषाद के रूप में हुई। सॢवलांस की मदद से मंगलवार की सुबह थाना प्रभारी रवि राय ने दोनों को घटना में प्रयुक्त बाइक के साथ गिरफ्तार किया।
गुलरिहा पुलिस ने फल व्यवसायी व उसके साथी को किया गिरफ्तार, जेल गए
पूछताछ में रामकेश ने बताया कि वह फल का व्यवसाय करता है। पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से फल खरीद कर भेजता है। पंजाब से नौ टन कीनू आठ रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से लिया था। लेकिन मंडी में ढाई रुपए प्रति किलो बेच पाया था । जिससे उसको काफी घाटा हुआ था। उस घाटा की पूरा करने के लिए मौसम वैज्ञानिक नलनीश कुमार चौधरी से चार लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। मौसम वैज्ञानिक का परिवार पहले हुमायूंपुर में रहता था, जहां उसका आना- जाना था। कोई पहचान न ले इसलिए रंगदारी देने के लिए लिखी गई चिट्ठी उनके पड़ोस में रहने वाली महिला आशा देवी के हाथो भिजवाया था। पुलिस ने महिला से दोनों की पहचान कराई। पुष्टि होने पर जेल भेज दिया।
वीरेंद्र की बहन की है बाइक
घटना में प्रयुक्त हुई बाइक वीरेंद्र की बहन आशा देवी की है। बाइक नंबर के जरिए मालिक का पता चलने पर पुलिस बेलीपार के हरदिया पिछौरा गांव में रहने वाली आशा देवी के घर पहुंची। पूछताछ करने पर पता चला बाइक का प्रयोग उनका भाई वीरेंद्र करता है। जिसके बाद थानेदार वीरेंद्र के घर पहुंचे। पूछताछ में उसने रामकेश के साथ उस बाइक से घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की। रामकेश ने बताया कि पत्र उसने लिखा था। जिसके बाद पुलिस ने पत्र लिखवाकर कर लिखावट का मिलान किया।
गैंग मैन, ट्रैक मैन बनकर पहुंची पुलिस
रंगदारी देने वाली जगह पर गुलरिहा पुलिस ने घंटों रेकी की। गुलरिहा थाना में तैनात पुलिस कर्मचारी गैंगमैन और ट्रैक मैन बनकर धर्मशाला के पास रेलवे लाइन पर पहुंचे। वहां रात में रुपए रखकर घंटों बदमाशों के आने का इंतजार करते रहे। लेकिन कोई आया नहीं। रामकेश ने बताया ?कि पहचान उजागर होने की आशंका में वह काफी डर गया था, इसलिए नहीं आया।