ब्लाक स्तर पर लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाएंगे लोक कल्याण मित्र
आउटसोर्सिंग के जरिए प्रदेश के सभी ब्लाकों में लोक कल्याण मित्र की नियुक्ति होगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। मुख्य सचिव ने आदेश जारी कर दिया है।
गोरखपुर, (दिलीप पांडेय)। आउटसोर्सिंग के जरिए जिलों और प्रत्येक ब्लाकों में एक लोक कल्याण मित्र नियुक्त करने की तैयारी चल रही है। लोक कल्याण मित्र नियुक्त गांववासियों को जागरुक कर उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाएंगे। इसके इतर ऐसे पात्र गरीब जो किन्हीं कारणवश योजना से वंचित हैं, इनके बारे में ये बीडीओ को बताएंगे। बीडीओ के अधीन काम करने वाले लोक कल्याण मित्र योजनाओं से लाभान्वित होने वालों का फीड बैक भी उपलब्ध कराएंगे। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय ने सूबे के सभी डीएम को इस आशय का पत्र जारी किया है।
ऐसे होनी है नियुक्ति
उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड कानपुर, आइटी, इलेक्ट्रानिक्स विभाग के नियंत्रण वाले निगमों जैसे-यूपीएलसी, यूपीडेस्को, अपट्रान पावरट्रानिक्स लिमिटेड व श्रीट्रान इंडिया लिमिटेड से राज्य की आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन डीएम द्वारा होना है। इसके अलावा डीएम द्वारा जनपद स्तर पर चयनित एजेंसी के जरिए निर्धारित योग्यता वालों को प्रत्येक ब्लाक में बीडीओ के अधीन एक लोक कल्याण मित्र रखे जाएंगे, ये अपनी रिपोर्ट बीडीओ को देंगे। इसके अलावा प्रदेश स्तर पर भी आउटसोर्सिंग के जरिए दो लोक कल्याण मित्र रखे जाएंगे। राज्य की आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन कमिश्नर-लखनऊ करेंगे। इनका कार्यकाल न्यूनतम एक साल व बेहतर प्रदर्शन पर अधिकतम दो साल होगा।
प्रशिक्षण भी मिलेगा
नियुक्ति पाने वाले सभी लोक कल्याण मित्रों को दो सप्ताह का कार्यालय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें सरकारी ढांचे, क्रियाकलाप, विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाएं, रिपोर्ट तैयार करने, एमआइटीआर मोबाइल आप्लीकेशन, टूल्स एवं तकनीकी तथा अन्य ङ्क्षबदुओं पर प्रशिक्षित किए जाएंगे। इसके इतर ट्रेङ्क्षनग पार्टनर द्वारा समूह में चर्चा, व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए सदस्य भी नामित किए जाएंगे। प्रशिक्षण के लिए गल्र्स इंस्टीट्यूट आफ डेवलपमेंट स्टडीज-लखनऊ, बनारस ङ्क्षहदू यूनिवर्सिटी-वाराणसी, टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस-नई दिल्ली या फिर किसी अन्य एजेंसी को नामित किया जा सकता है।
लोक कल्याण मित्रों को करने होंगे ये काम
कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को बताना, जागरुक करना और इन्हें इन योजनाओं से जोडऩा है। योजना से क्या लाभ होगा इसकी जानकारी देकर क्रियान्वयन की गति को बढ़ाना है। योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए मौके पर पहुंचकर लोगों से फार्म भरवाना या फिर इन्हें समीप के जन सुविधा केंद्र से जोडऩा होगा। किन्हीं कारणवश जो पात्र गरीब योजनाओं के लाभ से वंचित हैं, उनके बारे में अधिकारियों को बताएंगे। योजनाओं के क्रियान्वयन और इससे लाभान्वित होने वालों का फीड-बैक एकत्रित कर ब्लाक मुख्यालय को उपलब्ध कराना होगा। योजनाओं के लाभ से कोई वंचित न रहे, इसके लिए लोगों को जागरुक कर योजनाओं से जोड़ेंगे।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को लिखा पत्र
मुख्य सचिव- शासन अनूप चंद्र पाण्डेय ने सूबे के सभी डीएम को इस आशय का पत्र जारी कर दिया है।
इतना मिलेगा मानदेय व भत्ता
उत्तर प्रदेश में कुल 822 ब्लाक हैं। आउटसोर्सिंग के जरिए प्रत्येक ब्लाक में लोक कल्याण मित्र की नियुक्ति होनी है। इसके इतर प्रदेश स्तर पर दो लोक कल्याण मित्र की नियुक्ति होनी है। ब्लाक स्तरीय लोक कल्याण मित्र को प्रतिमाह 25 हजार रुपये मानदेय व यात्रा भत्ता के रूप में प्रतिमाह पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। वहीं प्रदेश स्तरीय प्रत्येक लोक कल्याण मित्र को प्रतिमाह 35 हजार रुपये व यात्रा भत्ता के रुप में अधिकतम 10 हजार रुपये मिलेंगे।