Coronavirus Gorakhpur News Updates: गोरखपुर में कोरोना के 12 नए केस, अब तक 182 संक्रमित
Live Coronavirus Gorakhpur News Updates 16 June 2020 शासन ने पूल टेस्टिंग पर तीन दिन के लिए रोक लगा दी है।
गोरखपुर, जेएनएन। Live Coronavirus Gorakhpur News Updates 16 June 2020: गोरखपुर जिले में मंगलवार को 12 नए कोरोना संक्रमित पाए गए। अब संक्रमितों की कुल संख्या 182 हो गई है। हालांकि राहत बात यह है कि 105 ठीक होकर घर जा चुके हैं। आठ की मौत हो चुकी है। शेष का इलाज चल रहा है। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में 13 जून काे पॉजिटिव पाए गए एक डॉक्टर की पत्नी व बेटी भी कोरोना संक्रमित मिली हैं। इसके अलावा चार-चार मामले बेलघाट व भटहट के हैं। सभी के गांवों को सील कर सैनिटाइजेशन का कार्य शुरू करा दिया गया है।
कुशीनगर में कोरोना के पांच नए केस, अब तक 66 संक्रमित
कुशीनगर से गोरखपुर मेडिकल काॅलेज भेजे गए थ्रोट स्वाब के नमूनों में मंगलवार को 71 की जांच रिपोर्ट मिली। इसमें 66 निगेटिव व पांच पाॅजिटिव हैं। अब जनपद में संक्रमितों की संख्या 66 हो गई है। संक्रमित कप्तानगंज ब्लाक के पिपरा अहिरौली, हाटा के सिंहपुर, मोतीचक के सोनबरसा व नारायणपुर चरगांवां व तमकुहीराज के सिंदुरिया गांव के रहने वाले हैं। यह नौ से 10 जून के बीच दिल्ली व मुंबई से घर पहुंचे थे।
थर्मल जांच के बाद इन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन सभी के थ्रोट स्वाब का नमूना जांच के लिए भेजा था। सीएमओ डॉ. एनपी गुप्त ने बताया कि संक्रमितों को इलाज के लिए लक्ष्मीपुर में बनाए गए (कोविड केयर) अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
दिल्ली की महिला समेत दो लोग कोरोना की चपेट में, संतकबीर नगर में अब तक 263 संक्रमित
संत कबीरनगर जिले में मंगलवार को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज से 42 लोगों की जांच रिपोर्ट आई। इसमें 40 निगेटिव रही। वहीं दिल्ली की एक महिला समेत दो लोग कोरोना पाॅजिटिव निकले हैं। कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर अब 163 हो गई है।
बघौली ब्लाक के बंजरिया गांव का 20 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव निकला है। जबकि इनके पिता व परिवार के अन्य सदस्य जांच में निगेटिव निकले हैं। वहीं दो दिन पहले दिल्ली निवासी 35 वर्षीय एक महिला, उसके पति व दो अन्य लोग किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहीं जा रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन्हें इस जिले के जिला संयुक्त चिकित्सालय(डीसीएच)के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया था। इन चारों लोगों के सैंपल को जांच के लिए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में पति समेत तीन लोग निगेटिव मिले हैं जबकि महिला कोरोना पॉजिटिव निकली। इन दोनों पॉजिटिव मरीजों को सेंट थामस इंटर कालेज-खलीलाबाद के कोरोना एल वन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। अब तक 4,208 स्वाब के सैंपल की जांच कराई गई। इसमें 3,526 निगेटिव और 163 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। अब तक सात लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। वहीं 113 पाॅजिटिव मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा ने यह जानकारी दी है।
पूल टेस्टिंग के लिए नमूने लेने पर तीन दिन की रोक
सामुदायिक संक्रमण रोकने के लिए समाज के विभिन्न हिस्सों से पूल टेस्टिंग के लिए नमूने लिए जा रहे थे। अब शासन ने इस पर तीन दिन के लिए रोक लगा दी है। नमूने ज्यादा पहुंचने से लैब पर भार बढ़ गया है। जांच समय से नहीं हो पा रही है। 15, 16, 17 जून को पूल टेस्टिंग के लिए नमूने नहीं लिए जाएंगे। इस दौरान लैबों में पड़े नमूनों की जांच हो जाएगी। 18 जून से पुन: नमूने लिए जाएंगे। दिल्ली, मुंबई सहित अन्य प्रांतों से बड़ी संख्या में प्रवासियों के आने के बाद शासन ने निर्देश दिया था कि समाज के किसी भी हिस्से से पूल टेस्टिंग के लिए नमूने लिए जाएं। ताकि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके और सामुदायिक संक्रमण को रोका जा सके। लगभग एक माह से विभिन्न गांवों व मोहल्लों से अब तक पूल टेस्टिंग के 2359 नमूने लिए गए हैं जिसमें से 492 की जांच रिपोर्ट अभी लंबित है। कुल लंबित नमूनों की संख्या 759 है। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि तीन दिन में लंबित नमूनों की जांच रिपोर्ट आ जाएगी। उसके बाद पुन: पूल टेस्टिंग के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। बीमार व्यक्तियों व पॉजिटिव के संपर्क में आने वालों के नमूने लेने पर रोक नहीं है।
BRD मेडिकल कॉलेज की स्टॉफ नर्स सहित पांच में मिला कोरोना संक्रमण
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कुल 65 नमूनों की जांच में 60 की रिपोर्ट निगेटिव आई जबकि पांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें एक मेडिकल कॉलेज की स्टॉफ नर्स भी है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 170 हो गई है। जिसमें से 105 ठीक होकर घर जा चुके हैं। आठ की मौत हो चुकी है। 57 का इलाज चल रहा है।
बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज की 44 वर्षीय स्टॉफ नर्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उसे कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया गया। 28 वर्ष का एक युवक दिल्ली में कोरोना संक्रमित पाया गया था। चोरी-छिपे मोटरसाइकिल से भागकर गोरखपुर आ गया और 13 जून को सीधे मेडिकल कॉलेज पहुंचा। वहां अपनी रिपोर्ट दिखाकर भर्ती हो गया है। यहां भी उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युवक सिकरीगंज के ढेबरा बाजार का रहने वाला है। दिल्ली से आई एक 38 वर्षीय महिला में भी संक्रमण मिला है। वह अपने रिश्तेदार के यहां ग्रीन सिटी फेज-टू में नौ जून को आई थीं। लालगंज, बड़हलगंज के एक 73 वर्षीय व्यक्ति मेडिकल कॉलेज रोड स्थित एक हास्पीटल में भर्ती थे। साथ ही कृष्णा नगर निवासी एक 32 वर्षीय युवक एक अस्पताल में इलाज कराने गया था, वहां उसे कोरोना जांच कराने की सलाह दी गई। दोनों की जांच निजी लैब में हुई और कोरोना संक्रमण पाया गया है। सभी को कोविड अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज शुरू कर दिया गया है।
बेटी से मिलने दिल्ली से आई महिला कोरोना संक्रमित
बेटी से मिलने दिल्ली से गोरखपुर आई महिला जांच में कोरोना पॉजिटिव मिली है। रिपोर्ट आने के बाद ग्रीन सिटी फेज दो को सील करा दिया गया है। नगर निगम की टीम ने सोडियम हाइपो क्लोराइट के घोल से पूरे मोहल्ले को सैनिटाइज कराया है। ग्रीन सिटी फेज दो निवासी युवक की ससुराल दिल्ली में है। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद युवक की सास, ससुर और साला कुछ दिनों पहले गोरखपुर आए थे। 13 जून को युवक की सास को बुखार हुआ तो परिवार के लोग मेडिकल कॉलेज ले गए। यहां कोरोना का लक्षण दिखने के बाद डॉक्टरों ने महिला की जांच कराई। सोमवार को जांच रिपोर्ट में महिला कोरोना संक्रमित मिली।
स्वास्थ्य विभाग से सूचना मिलने के बाद दोपहर में एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव, एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी ग्रीन सिटी फेज टू पहुंचे। मोहल्ले को हॉटस्पॉट घोषित करने के साथ ही सील करा दिया गया।
अब आधे घंटे में हो जाएगी कोरोना जांच
कोरोना जांच के लिए रैपिड टेस्ट किट तैयार हो गई है। अब महज आधे घंटे में जांच हो सकेगी। शीघ्र ही यह किट गोरखपुर पहुंच जाएगी। इसे लेकर कहीं भी गांव या मोहल्ले में जाकर जांच की जा सकती है। इससे जांच कराने के बाद पुष्टि के लिए रीयल टाइम पॉलिमर चेन रिएक्शन मशीन से जांच कराने की जरूरत नहीं पड़ती। क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) के निदेशक डॉ. रजनीकांत ने बताया कि कोरिया की एसडी-बायोसेंसर कंपनी के साथ इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने मिलकर रैपिट टेस्ट किट तैयार किया है। इसका नाम स्टैंडर्ड क्यू कोविड-19 एंटीजन डिडक्शन किट है। इसे आइसीएमआर व एम्स ने जांच में खरा पाया है। इसका उत्पादन कोरिया के हरियाण के मानेसर स्थित फैक्ट्री में शुरू हो गया है। यह किट सिर्फ नाक के स्वाब से जांच कर लेती है। दो डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में इसका परिणाम सटीक आता है।