पहले सहायता के लिए लगाई लाइन, अब रुपये वापस करने के लिए मारामारी Gorakhpur News
दो अपात्र किसानों के विरुद्ध पिछले सप्ताह मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अपात्र लाभार्थियों की शिकायत होने के बाद अब इस योजना से मिली रकम लौटाने की होड़ मच गई है। कई लोग अपनी राशि वापस कर चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ बड़ी संख्या में अपात्र किसानों को मिल रहा था। पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही अपात्र लाभार्थियों की शिकायत होने के बाद अब इस योजना से मिली रकम लौटाने की होड़ मच गई है। गोला इलाके में योजना का लाभ ले रहे दो अपात्र किसानों के विरुद्ध पिछले सप्ताह मुकदमा दर्ज हो गया था। इसके बाद से ही योजना से लाभान्वित अपात्र किसान, सम्मान निधि में मिली धनराशि लौटाने का तरीका जानने के लिए परेशान हैं। एक सप्ताह के अंदर 22 किसानों ने कृषि विभाग में प्रार्थना पत्र देकर इस योजना के तहत मिली धनराशि लौटाने की इच्छा जताई है।
मौत के बाद 997 लाभार्थियों के खाते में भेजी गई धनराशि
अभिलेखों की गड़बड़ी की वजह से मंडल के 4.06 लाख किसानों को प्रधनमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिला पा रहा था। गड़बड़ी ठीक करने के लिए कृषि विभाग ने किसानों से संपर्क करना शुरू किया तो पता चला कि 997 ऐसे किसानों के खाते में योजना की धनराशि जा रही थी, जिनकी मौत हो चुकी है।
ऐसे लौटाई जा सकती है योजना में मिली धनराशि
किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली धनराशि सीधे किसान के बैंक खाते में जाती है। जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि धनराशि लौटाने के इच्छुक किसान संबंधित बैंक में इसके लिए प्रार्थना पत्र दे सकते हैं। प्रार्थना पत्र में यूटीआइ (यूनिक ट्रांजेक्शन रेफ्रेंस) नंबर और आइआइएन (इंश्योर आइडेंटीफिकेशन नंबर) का अनिवार्य रूप से उल्लेख करना होगा। इसके अलावा धनराशि वापस करने की आन लाइन व्यवस्था भी है। भारत सरकार की वेबसाइट bharatkose.gov.in पर इसके लिए विकल्प दिया गया है। इस वेबसाइट को ओपेन करने पर त्वरित भुगतान (क्विक पेमेंट) का विकल्प मिलेगा। इस पेज को ओपेन करने पर मिनीस्ट्री / डिपार्टमेंट का विकल्प सामने आएगा। इसे ओपेन करने पर एग्रीकल्चर का विकल्प सामने आएगा। इसके बाद रीफंड आफ पीएम किसान सम्मान निधि का विकल्प मिलेगा। इस ओपेन करने के बाद दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए योजना के तहत मिली धनराशि को आन लाइन वापस किया जा सकता है। किसी भी विधि से सम्मान निधि वापस करने के बाद सरकार इस योजना के तहत भेजी जाने वाली धनराशि पर रोक लगा देती है।
मंडल में जिलेवार कुल लाभार्थियों की संख्या
जिला लाभार्थी
देवरिया 352838
गोरखपुर 369915
महराजगंज 366614
कुशीनगर 32643
योजना का लाभ ले रहे अपात्र किसानों के धन वापस करने के विकल्प है। दोनों में से किसी भी विकल्प के माध्यम से वे धनराशि वापस कर सकते हैं। कुछ किसानों ने धनराशि वापस करने के लिए संपर्क किया है। उन्हें विस्तार से इसकी जानकारी दी गई है। - अरविंद कुमार चौरसिया, जिला कृषि अधिकारी