कमर व पीठ दर्द के लिए जीवनशली जिम्मेदार
गोरखपुर कमर व पीठ दर्द की समस्या अब तकरीबन हर आयु वर्ग में आम हो चुकी है। आरामदायक जीव
गोरखपुर
कमर व पीठ दर्द की समस्या अब तकरीबन हर आयु वर्ग में आम हो चुकी है। आरामदायक जीवनशैली, नियमित व्यायाम की कमी व फास्ट फूड के बढ़ते प्रचलन के चलते पीड़ितों की तादाद बढ़ती जा रही है। त्रुटिपूर्ण शारीरिक मुद्रा, उठने-बैठने, चलने, लेटने के गलत तरीके के साथ भारी वजन उठाना भी इसके लिए जिम्मेदार है।
यह बातें ललित नारायण मिश्र रेलवे अस्पताल में मुख्य आर्थोपेडिक सर्जन डा. संजय श्रीवास्तव ने बुधवार को कहीं। डा. श्रीवास्तव निजी चिकित्सकों के संगठन जीपी एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सामान्यतया 96 फीसद लोगों में दो से चार दिन या तीन से चार सप्ताह में स्वत: ही ठीक हो जाती है। तीन से चार फीसद लोगों में ही किसी तरह की सर्जरी की जरूरत पड़ती है। खासकर ऐसे में मामलों में जिनमें छह सप्ताह के निरंतर इलाज के बाद भी कोई लाभ नहीं हो रहा हो।
एसोसिएशन के सचिव डा. वीएन अग्रवाल ने कहा कि जीपी एसोसिएशन प्राइवेट चिकित्सकों का सबसे बड़ा संगठन है जिसमें 350 सदस्य हैं। हर महीने के पहले बुधवार को चिकित्सकों को अपडेट करने के लिए कार्यशाला के आयोजन का सिलसिला तीन दशक से चल रहा है।
इस अवसर पर जीपी एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. बीएमडी अग्रवाल, सचिव डा. वीएन अग्रवाल, वैज्ञानिक सचिव डा. स्मिता जायसवाल, डा. जेपी जायसवाल, डा. आरपी त्रिपाठी, डा. अशोक अग्रवाल, डा. आरपी शुक्ला, डा. शैलेंद्र कुमार आदि लोग उपस्थित थे।