संक्रमण बढ़ते ही ठहरने लगी जिंदगी, ठंडा पड़ने लगा है यात्रा का उत्साह
संक्रमण बढ़ते ही जिंदगी ठहरने लगी है। नए साल में भी लोगों के यात्रा का उत्साह ठंडा पड़ गया है। सतर्कता के चलते गोरखपुर से दिल्ली और मुंबई जाने वाली ट्रेनें खाली हो गई हैं। सिर्फ एक माह में यात्रियों की संख्या आधी हो गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संक्रमण बढ़ते ही जिंदगी ठहरने लगी है। नए साल में भी लोगों के यात्रा का उत्साह ठंडा पड़ गया है। सतर्कता के चलते गोरखपुर से दिल्ली और मुंबई जाने वाली ट्रेनें खाली हो गई हैं। सिर्फ एक माह में यात्रियों की संख्या आधी हो गई है। गोरखपुर जंक्शन से आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या 80 से घटकर 30 हजार हो गई है। उदासी छाने लगी है। यह तब है जब कोहरे के चलते पूर्वोत्तर रेलवे की 191 में 40 ट्रेन रद हैं।
खाली चल रही हैं दिल्ली-मुंबई की ट्रेनें
शुक्रवार को गोरखपुर से नई दिल्ली के हिसार तक जाने वाली 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस के एसी थर्ड में 63 और स्लीपर में 58 बर्थ खाली गई। यही स्थिति महत्वपूर्ण ट्रेन वैशाली की भी रही। इस ट्रेन को भी दिल्ली के यात्री नहीं मिले और एसी टू में 46 व थर्ड में आठ बर्थ खाली गई। सत्याग्रह एक्सप्रेस के एसी थर्ड में तो 201 बर्थ तथा गोरखपुर से आनंदविहार जाने वाली 12571 हमसफर एक्सप्रेस में 903 बर्थ बुक ही नहीं हुए थे। दिल्ली ही नहीं मुंबई जाने वाली ट्रेनों को भी यात्री नहीं मिल रहे।
15 दिन पहले नहीं मिल रहा था कन्फर्म टिकट
जबकि, 15 दिन पहले ही इन ट्रेनों के कन्फर्म टिकट के लिए मारामारी मची थी। दिल्ली और मुंबई से आने वाली ट्रेनों की स्थिति भी सामान्य ही है। यात्रियों को आसानी से गोरखपुर के लिए कन्फर्म टिकट मिल जा रहे। जानकारों का कहना है कि कोविड संक्रमण के बढ़ने के साथ लोगों की यात्रा भी निरस्त होने लगी है। बहुत जरूरी (इमरजेंसी) होने पर ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। टिकटों का निरस्तीकरण बढ़ गया है।कमाई घटते ही रेलवे एकबार फिर बैकफुट पर है।
टिकट और मेडिकल स्टाफ जांचेंगे यात्रियों का तापमान
रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर और सतर्कता बढ़ा दी है। अब मास्क और टिकट के साथ यात्रियों के तापमान की भी जांच होगी। तापमान अधिक होने पर इलाज के लिए यात्रियों को वापस कर दिया जाएगा। आपरेशन चक्रव्यूह अभियान में शामिल वाणिज्य विभाग की टीम को तो थर्मल स्कैनर भी दे दिया गया है। वे मास्क और टिकट के साथ तापमान भी चेक करने लगे हैं। इस अभियान में जल्द ही मेडिकल स्टाफ भी शामिल हो जाएगा। रेलवे प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, यात्री गेट पर लगे थर्म स्कैनर का उपयोग नहीं करते। ऐसे में स्टेशन परिसर में कहीं भी उनके तापमान की जांच हो जाएगी।
बिना मास्क के पकड़े गए 20 यात्री, चार हजार जुर्माना
डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में वाणिज्य विभाग और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को भी रेलवे स्टेशन पर अभियान चलाकर मास्क नहीं पहनने वाले 20 यात्रियों को पकड़ा। उनसे जुर्माना के रूप में चार हजार रुपये की वसूली की गई। बिना टिकट भी 20 लोग पकड़े गए, उनसे भी दस हजार रुपये जुर्माना वसूला गया।