सोहगीबरवा जंगल में दिखी दुर्लभ प्रजाति की तेंदुआ बिल्ली
सोहगीबरवा जंगल में लगाए गए कैमरे में दुर्लभ प्रजाति की तेंदुआ बिल्ली (लेपर्ड कैट) कैद हुई है। विभाग संबंधित डाटा अपने उच्चाधिकारियों को भेजने की तैयारी कर रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। सोहगीबरवा जंगल के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। प्रभाग के उत्तरी चौक वन क्षेत्र में लगाए गए कैमरे में दुर्लभ प्रजाति की तेंदुआ बिल्ली (लेपर्ड कैट) कैद हुई है। जंगली बिल्ली से संबंधित डाटा को विभाग अपने उच्चाधिकारियों को भेजने की तैयारी में है। सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में स्थित सात वन क्षेत्रों को प्राकृतिक दृष्टि से काफी अहम माना जाता है।
वन क्षेत्र में न सिर्फ कीमती लकडिय़ां है, बल्कि बड़ी मात्रा में औषधीय व दुर्लभ प्रजाति के पौधे भी हैं। विभाग ने वन्य जीवों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए जंगलों में ट्रैपिंग कैमरा लगवा रखा है। इस बीच कैमरों को निकलवा कर जिम्मेदारों ने जीव जंतुओं की गतिविधियों को देखना शुरू किया तो उत्तरी चौक वन क्षेत्र में लगाए गए कैमरे से स्पष्ट हुआ कि वहां तेंदुआ बिल्ली मौजूद है। दक्षिण पूर्वी एशिया में पाई जाने वाली बिल्ली के जिले के जंगल में मौजूद होने को देख महकमा उत्साहित है।
डीएफओ मनीष सिंह ने कहा कि उत्तरी चौक में तेंदुआ बिल्ली का होना सुखद संकेत है। इस बारे में लैपर्ड बिल्लियों को सूचीबद्ध करा कर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा। इसके पहले कतर्निया जंगल व पीलीभीत टाइगर रिजर्व में लैपर्ड कैट मिल चुकी है।
लेपर्ड कैट की विशेषताएं
- पेड़ों व झाडिय़ों में बनातीं हैं आशियाना
- पक्षियों के अंडे व चूहों को खा कर रहती हैं जिंदा
- सोहगीबरवा जंगल में दिखी कैट की उम्र करीब 10 वर्ष