तेंदुए ने हमला किया, ग्रामीणों ने पीटकर मार डाला
महराजगंज जनपद में उत्तरी चौक रेंज के जंगल से निकले तेंदुए ने एक ग्रामीण का किया घायल, पकड़ने के लिए वन विभाग ने लगाई टीम।
गोरखपुर : महराजगंज जनपद के नौतनवा थाना अंतर्गत ग्राम सभा कोहड़वल के 35 वर्षीय सुग्रीव पासवान पर गुरुवार की सुबह आठ बजे हमला करने वाले तेंदुए को ग्रामीणों ने घेर कर पीटा। घायल तेंदुए को वन कर्मियों ने अस्पताल में भर्ती कराया जहा इलाज के दौरान तेंदुए ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के उत्तरी चौक रेंज के जंगल से सुबह तेंदुआ निकला और रोहिन नदी पार कर ग्राम कोहड़वल की तरफ बढ़ा। करीब आठ बजे रोहिन नदी की ओर जा रहे सुग्रीव पासवान पर तेंदुए ने हमला कर दिया। हमले के बाद तेंदुआ ग्राम परसा के समीप स्थित बास की झाड़ी में छिप गया। घायल सुग्रीव को ग्रामीणों ने रतनपुर अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद कई गावों के लोग तेंदुए को ढूंढने लगे। सूचना पाकर उप जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश अंजोर, पुलिस क्षेत्राधिकारी धमर्ेंद्र कुमार यादव, तहसीलदार केशव प्रसाद, नायब तहसीलदार रवि कुमार सिंह, वन क्षेत्राधिकारी सरजू प्रसाद, डीएन पाठक मयफोर्स मौके पर पहुंच गए। बास की झाड़ी को जाल से घेर दिया गया और पिंजडा लगा दिया गया। तेंदुआ पिंजड़े की ओर बढ़ा ही था कि इसी बीच बड़ी संख्या में ग्रामीण डंडा लेकर आगे तेंदुआ की ओर बढ़ने लगे। इस बीच तेंदुआ ने ग्रामीणों की ओर छलाग लगा दिया। ग्रामीणों ने तेंदुआ को घेर लिया और उसे जम कर पीटा। वन और पुलिस कर्मियों ने किसी तरह तेंदुए को ग्रामीणों के हमले से बचाया और पशु अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान तेंदुआ ने दम तोड़ दिया।
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ मनीष कुमार सिंह ने तेंदुआ के मरने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि तेंदुआ का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की जाच चौक के रेंजर को सौंपी है। रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज करा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन देखता रह गया,नदी के उस पार खड़ी भीड़ हो गई हिंसक
नौतनवा थानाक्षेत्र के कोहड़वल टोला परसा के सीवान में जैसे ही तेंदुए के आने की खबर मिली क्षेत्र के शिवपुरवा, जमुहानी, डिहवा, सिंहपुर, करमहवा, रतनपुर, जमुहानी आदि गावों के सैकड़ों लोग बाइक, साइकिल आदि वाहनों से कोहड़वल गाव के उस स्थान पर पहुंचने लगे जहां बास की खूंटी में डरा सहमा तेंदुआ बैठा था। पुलिस प्रशासन ने कड़ी धूप में शोर मचा रही भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास तो किया, लेकिन मौजूद भीड़ के आगे उनका सारा प्रयास विफल साबित हुआ। इस दौरान सुरक्षा के लिए खड़ी पुलिस का पूरा ध्यान रोहिन नदी के एक तरफ कोहड़वल टोला परसा में मौजूद भीड़ पर था जबकि नदी के दूसरी तरफ खड़ी सैकड़ों की भीड़ पर पुलिस की नजर ही नहीं गई और यही तेंदुए की मौत का एक बड़ा कारण बना।