लेखपाल ने हड़पा बाढ़ पीड़ितों का पैसा, दर्ज हुआ मुकदमा
संतकबीर नगर शासन ने बाढ़ पीड़ित किसानों को फसल का मुआवजा देने के लिए धनराशि भेजी लेकिन उन तक पहुंच नहीं पाई। क्षेत्र के लेखपाल ने धनराशि हड़प ली। जांच में पुष्टि होने के बाद लेखपाल के खिलाफ बुधवार को मुकदमा दर्ज कराया गया है।
संतकबीर नगर: शासन ने बाढ़ पीड़ित किसानों को फसल का मुआवजा देने के लिए धनराशि भेजी, लेकिन उन तक पहुंच नहीं पाई। क्षेत्र के लेखपाल ने धनराशि हड़प ली। जांच में पुष्टि होने के बाद लेखपाल के खिलाफ बुधवार को मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अगस्त 2020 में बाढ़ से छपरामगर्वी, तुर्कवलिया नायक, छपिया व ठठरा गांव के लगभग दो सौ किसानों की धान की फसल डूब गई थी। उनको मुआवजा देने के लिए शासन से 5.01 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। अक्टूबर में जब किसानों को मुआवजा देने का समय आया तो हल्का लेखपाल गिरिजेश यादव ने रुपये चहेतों के खाते में भेज दिया और बाद में उसे अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया। मुआवजा पाने से वंचित चारों गांवों के किसानों ने पहले तो संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई तो छपरामगर्वी गांव के किसानों ने फरवरी 2021 में तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद तहसीलदार रत्नेश तिवारी ने प्रकरण की जांच की। जांच में घपले की पुष्टि होने पर एसडीएम योगेश्वर सिंह के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक सुरेंद्र नाथ पाण्डेय द्वारा बुधवार को दी गई तहरीर पर लेखपाल के खिलाफ धनघटा थाने में गबन का मुकदमा दर्ज किया गया। थानाध्यक्ष आरके गौतम ने बताया कि लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। घपले में कुछ और लोगों के भी नाम सामने आ सकते हैं।
उप जिलाधिकारी धनघटा योगेश्वर सिंह ने बताया कि तहसीलदार की जांच रिपोर्ट में घपला साबित हुआ है। जांच रिपोर्ट के आधार पर लेखपाल गिरिजेश यादव के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
-----------------
हाईलाइटर
चार गांवों के किसानों को मुआवजा के तौर पर देने थे 5.01 लाख रुपये
पीड़ित किसानों ने तहसील परिसर में किया प्रदर्शन तो हुई जांच