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शिक्षा के मंदिर में स्‍थापित है गरीबों को न्याय दिलाने वाला केंद्र Gorakhpur News

सेंट एंड्रयूज महाविद्यालय में संचालित विधिक सहायता केंद्र पिछले सात वर्षों में हजारों लोगों को न्याय दिला चुका यह केंद्र गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 09:29 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 09:29 PM (IST)
शिक्षा के मंदिर में स्‍थापित है गरीबों को न्याय दिलाने वाला केंद्र Gorakhpur News
शिक्षा के मंदिर में स्‍थापित है गरीबों को न्याय दिलाने वाला केंद्र Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कहने के लिए शिक्षा का मंदिर है, लेकिन यहां लोगों को न्याय भी मिलता है। खासकर ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अधिवक्ताओं को फीस देने में अक्षम हैं, यहां आसानी से उनके कानूनी समस्या का निदान हो जाता है। हम बात कर रहे हैं शहर के सेंट एंड्रयूज महाविद्यालय में संचालित विधिक सहायता केंद्र की। पिछले सात वर्षों में हजारों लोगों को न्याय दिला चुका यह केंद्र गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

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सात साल से चल रहा कार्य

महाविद्यालय के विधि विभाग के अंतर्गत संचालित इस केंद्र का उद्घाटन अक्टूबर 2013 में हाईकोर्ट लखनऊ बेंच के जस्टिस एसएन शुक्ला ने उद्घाटन किया था। तब से यह अनवरत कार्य कर रहा है। शुरू में यह सुबह दस से चार बजे तक संचालित होता था। वर्तमान में सिर्फ दस से एक बजे तक यहां आने वाले लोगों को निश्शुल्क विधिक परामर्श दिया जाता है। समय-समय पर विधिक जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है। जिसमें विधि विभाग के छात्र-छात्राएं स्वयंसेवक के रूप में शामिल होते हैं और लोगों को कानून की जानकारी देने के साथ ही उन्हें जागरूक भी करते हैं।

ऐसे कार्य करता है केंद्र

विधिक सहायता केंद्र के संरक्षक महाविद्यालय के प्राचार्य होते है। जबकि इसके एक समन्वयक, दो सह समन्वयक के साथ-साथ विधि विभाग के शिक्षक सदस्य के रूप में कार्य करते थे। विभाग के छात्र भी स्वयंसेवक के रूप में अपना योगदान देते हैं।

विशेष दिवसों पर होता जागरूकता कार्यक्रम

महाविद्यालय परिसर में संचालित विधिक सहायता केंद्र के तत्वावधान में कुछ खास विशेष अवसरों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इनमें मानवाधिकार दिवस, उपभोक्ता दिवस, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, सड़क सुरक्षा सप्ताह, अंबेडकर जयंती तथा प्रमुख त्योहार आदि शामिल हैं।

और बंद हो गया गांव में कच्ची का कारोबार

विधिक सहायता केंद्र ने जिले के शेखपुरवा गांव को गोद लिया गया था। उस समय वहां कच्ची शराब का कारोबार जोरो पर था। गांव के लोग इससे काफी परेशान थे गांव को गोद लेने के बाद यहां जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाने लगा। लोगों को शराब के नुकसान बताएं जाने लगे इसमें कुछ समय तो जरूर लगा, लेकिन जागरूकता के कारण गांव में कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया। विधिक सहायता केंद्र के सह समन्वयक -डा.अतुल कुमार सिंह का कहना है कि केंद्र पर लोगों को कानूनी परामर्श देना हमारा उद्देश्य है। छोटे-छोटे विवादों का माह में कम से दो का निस्तारण हो जाता है। जिस मामले का निस्तारण नहीं होता है उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को भेज दिया जाता है। कालेज के विधि विभाग के अध्‍यक्ष डा. सतीश चंद्र बरनवाल का कहना है कि जो भी पीडि़त व्यक्ति हमारे पास आता है उसे सहायता करने की पूरी कोशिश की जाती है। कई मामलों का हम अपने स्तर से भी निस्तारण कर देते हैं।


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