सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू, 650 हेक्टेयर भूमि होगी अधिग्रहित- बनेंगे 12 स्टेशन
Sahjanwan-Dohrighat New Rail Line सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन के लिए बीस करोड़ रुपये अवमुक्त होने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अधिग्रहण के लिए अभी तक गांवों में चिन्हित 584 हेक्टेयर भूमि का नक्शा और खसरा-खतौनी जिला प्रशासन गोरखपुर को सौंप दिया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Sahjanwan-Dohrighat New Rail Line: सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन गोरखपुर और मऊ जिले के 110 गांवों से होकर गुजरेगी। 20 करोड़ रुपये अवमुक्त होने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज कर दी है। अधिग्रहण के लिए अभी तक गांवों में चिन्हित 584 हेक्टेयर भूमि का नक्शा और खसरा-खतौनी जिला प्रशासन गोरखपुर को सौंप दिया गया है। शेष 38 गांवों की भूमि के अभिलेख फरवरी तक सौंप दिए जाएंगे। जिसमें लगभग दस गांवों की भूमि मऊ जनपद में शामिल है।
जिला प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई जाएगी
जानकारों के अनुसार नक्शा और अभिलेखों के सत्यापन के बाद भूमि के अधिग्रहण शुरू हो जाएगी। इसके लिए रेलवे और जिला प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई जाएगी। जो भूमि पर कब्जा करने के साथ किसानों को निर्धारित मुआवजा देगी।दोनों जनपदों से लगभग 650 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। जिसमें करीब 80 किमी रेल लाइन बिछाई जाएगी। छोटे-बड़े कुल 12 स्टेशन बनेंगे। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने से गोरखपुर के दक्षिणांचल और पूर्वांचल के लोगों में सुगम यात्रा की आस जग गई है। रेल लाइन के बिछ जाने से गोरखपुर से वाराणसी की दूरी कम हो जाएगी। गोरखपुर से दोहरीघाट होते हुए वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ के लिए भी ट्रेनें चलने लगेंगी।
पूर्वांचल में बिछेगा रेल लाइन का जाल
यह रेल लाइन सहजनवां में बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा मेन लाइन में मिल जाएगी। दोहरीघाट से इंदारा होते हुए मऊ और वाराणसी रेलमार्ग से जुड़ जाएगी। पूर्वांचल में रेल लाइनों का जाल बिछ जाएगा। जो नया वैकल्पिक मार्ग तैयार करेगा। 17 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में सहजनवां- दोहरीघाट लगभग 80 किमी नई रेल लाइन को स्वीकृति मिली थी।
फाइनल लोकेशन सर्वे की प्रक्रिया भी शुरू
सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण के साथ पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने फाइनल लोकेशन सर्वे की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके लिए टेंडर भी जारी हो गए हैं। सर्वे के दौरान निर्माण कार्यों में आने वाले खर्चों का भी आंकलन किया जाएगा। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) सर्वे में प्राथमिक स्तर पर खर्चों का आंकलन किया जा चुका है।
सहजनवा - दोहरीघाट नई लाइन परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। भूमि का नक्शा बनाकर एवं सत्यापन कर प्रस्ताव संबंधित जिला प्रशासन को दिया जा रहा है। अभी तक कुल 72 गांवों से संबंधित भूमि का नक्शा जिला प्रशासन को भेजा गया है। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी - पूर्वोत्तर रेलवे
यहां बनेंगे रेलवे स्टेशन
सहजनवां, पिपरौली, खजनी, उनवल, बांसगांव, उरुवा, गोला बाजार, बड़हलगंज और दोहरीघाट।
समय से पूरा करें कुसम्ही-गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन का निर्माण कार्य
महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने मंडल रेल प्रबंधकों और प्रमुख विभागाध्यक्षों के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक में पूर्वोत्तर रेलवे में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कुसम्ही-गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी रेल लाइन का निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय से पूरा करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अगर निर्माण कार्य में कहीं बाधा आ रही है तो संबंधित अधिकारी उसका समाधान करें।
महाप्रबंधक ने बनारस-प्रयागराज, फेफना-इन्दारा, मऊ-शाहगंज, भटनी-औड़िहार, बलिया-छपरा, गाजीपुर-बलिया, डालीगंज-मल्हौर, रोजा-सीतापुर-बुढ़वल एवं औड़िहार-जौनपुर, गोरखपुर-नकहा जंगल रेल खंड पर चल रहे दोहरीकरण, मैलानी- पीलीभीत, इन्दारा-दोहरीघाट रेल खंडों के आमान परिवर्तन तथा निर्माणाधीन भटनी-पिवकोल बाईपास लाइन की अद्यतन जानकारी ली। बैठक में अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) राजीव कुमार आदि अधिकारी मौजूद थे।