रैन बसेरा में सुविधाओं का अभाव,अंधेरे में गुजर रही रात
राहगीरों और बेघर लोगों की सर्दं रातें आराम से गुजरें इसके लिए बस्ती शहर में नगर पालिका की ओर से दो रैन बसेरा बनाए गए है।बिजली की खराबी और अलाव की व्यवस्था न होने से रैन बसेरों में रहने वाले लोगों को सर्द रात काटनी मुश्किल हो रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। राहगीरों और बेघर लोगों की सर्दं रातें आराम से गुजरें, इसके लिए बस्ती शहर में नगर पालिका की ओर से दो रैन बसेरा बनाए गए है। इन रैन बसेरों में सुविधाओं का अभाव है। बिजली की खराबी और अलाव की व्यवस्था न होने से रैन बसेरों में रहने वाले लोगों को सर्द रात काटनी मुश्किल हो रही है। रैन बसेरों की अव्यवस्था पर अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
चार्ज नहीं होता इन्वर्टर
पचपेड़ियां रोड पर डूडा कार्यालय के पास 75 बेड का तीन मंजिला रैन बसेरा कहने को चल रहा है लेकिन यहां जरूरी सुविधाएं मौजूद नहीं है। इन्वर्टर की व्यवस्था है मगर लाइट की खराबी की वजह से चार्ज नहीं हो पा रहा है। यहां रह रहे लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है। अलाव की व्यवस्था न होने से रैन बसेरा में रहने वाले लोग कागज और प्लास्टिक जलाकर आग की तपिश पैदा करने की कोशिश में लगे है। इतना ही नहीं यहां तक जाने वाली सड़क भी बदहाल है।
अश्रय गृह में पांच दिन से खराब है बिजली
एनजीओ द्वारा संचालित आश्रम गृह के केयर टेकर अमन कुमार ने बताया कि पांच दिन से लाइट खराब है। कई बार जिम्मेदारों को अवगत कराया गया मगर अभी तक समस्या दूर नहीं कराई गई। यहां लोगों की सुविधा के लिए चौकी, तकिया, कंबल की व्यवस्था है। मगर अलाव की व्यवस्था नहीं है। वर्तमान समय में कुल 15 लोग रह रहे है। कुछ स्थानीय है तो कुछ लोग महाराष्ट्र के रहने वाले है। रोडवेज परिसर में बने रैन बसेरा में भी जरूरतमंदों के ठहरने का प्रबंध किया गया है।
जल्द कराई जाएगी अलाव की व्यवस्था
अधिशासी अधिकारी अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि रैन बसेरा में जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं। बिजली की समस्या थी,जिसे दूर करा दिया गया है। अलाव की व्यवस्था भी जल्द ही करा दी जाएगी। रैन बसेरों में रहने वालों की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।