कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट : उड़ान में टाइमिंग, कनेक्टिविटी और मौसम का पेंच
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान में टाइमिंग इंटरनेशनल कनेक्टिविटी और मौसम की बाधा बनते दिख रहे हैं। आने वाले दिनों में इसको लेकर यात्री दिल्ली की उड़ान भी प्रभावित होने की बात कह रहे है। दोपहर बाद में उड़ान होना यात्रियों को पूरी तरह से भा नहीं रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान में टाइमिंग, इंटरनेशनल कनेक्टिविटी और मौसम की बाधा बनते दिख रहे हैं। आने वाले दिनों में इसको लेकर यात्री दिल्ली की उड़ान भी प्रभावित होने की बात कह रहे है। दोपहर बाद में उड़ान होना यात्रियों को पूरी तरह से भा नहीं रहा है। टूर ट्रैवेल कंपनियों व यात्रियों का कहना है कि सुबह उड़ान होने से दिन का सदुपयोग होता। विमानन कंपनी ने दोपहर में मौसम साफ रहने की उम्मीद पर टाइमिंग रखी है। एयरपोर्ट पर जहाजों के सुरक्षित लैंडिंग व टेकआफ के लिए आइएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) नहीं होने से भी एविएशन कंपनियां उदासीन हैं। फरवरी-मार्च से मौसम साफ हो जाने के बाद उड़ान की संख्या बढ़ने की बात हो रही है।
नागर विमानन मंत्री ने की थी दिल्ली, कोलकाता व मुंबई के उड़ान की घोषणा
20 अक्टूबर को नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली,कोलकाता और मुंबई के उड़ान की घोषणा की थी। इसके बाद विमानन कंपनी स्पाइस जेट ने शिड्यूल जारी किया था। शिड्यूल के मुताबिक दिल्ली की उड़ान तो हो रही है। बुकिंग के बाद भी विमानन कंपनी ने कोलकाता व मुंबई की उड़ान 26 मार्च तक कम यात्री मिलने का हवाला देकर स्थगित कर दी।
कुशीनगर एयरपोर्ट से यह है उड़ान का सेड्यूल
कुशीनगर से दिल्ली की उड़ान अपरांह 1.55 बजे निर्धारित है। कुशीनगर-मुंबई की उड़ान दोपहर बाद 3 बजे व कोलकाता की उड़ान दोपहर 1.35 बजे निर्धारित थी। जिन यात्रियों को सुबह दिल्ली पहुंचकर कार्य करना होता है, वह दोपहर की फ्लाइट पकड़ना ठीक नहीं समझ रहे। ऐसे में यात्री गोरखपुर या लखनऊ पहुंच कर उड़ान भरना उचित समझ रहे हैं या एक दिन पूर्व ट्रेन से जाना।
उड़ान के लिए सही टायमिंग रखती है मायने
टूर ट्रेवेल एजेंसियों के मुताबिक दिल्ली, मुंबई व कोलकाता की फ्लाइट की निर्बाध उड़ान के लिए सही टाइमिंग व इंटरनेशनल फ्लाइटों से कनेक्टिविटी महत्व रखती है। विमानन कंपनियों को इस पर ध्यान देना होगा। स्पाइस जेट के स्टेशन मैनेजर कपिल खरे ने इस पर कुछ कहने से मना कर दिया।
विमानन कंपनियां तय करेंगी उड़ान की टाइमिंग
एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि एयरपोर्ट पर संसाधन बढ़ रहे हैं। नया एयरपोर्ट है तो सब कुछ दुरुस्त होने में समय लगेगा। छह माह में आइएलएस लग जाएगा। जहां तक उड़ान की टाइमिंग व इंटरनेशनल कनेक्टिविटी की बात है। यह विमानन कंपनियां तय करेंगी।
गलत टाइम की वजह से खराब होता है पूरा दिन
सामाजिक कार्यकर्ता व व्यवसायी राकेश कुमार जायसवाल कहते हैं कि कहीं भी यात्रा करने के लिए समय और कार्य देखा जाता है। जब हम शाम को गंतव्य पर पहुंचेंगे तो वह दिन पूरा बेकार चला जाएगा। ऐसे में महंगा किराया खर्च कर विमान से जाने का क्या मतलब। सुबह की फ्लाइट यात्रियों के लिए सुगम होती है।
कनेक्टिविटी के अनुसार सेड्यूल निर्धारित करती हैं विमानन कंपनियां
टूर एंड ट्रेवल एजेंट अजीत सिद्दीकी बताते हैं कि दिल्ली व मुंबई जैसे जगहों से उड़ान शुरू करने के पीछे विमानन कंपनियां इंटरनेशनल फ्लाइट की कनेक्टिविटी देखती हैं। ताकि यात्री पर्याप्त मिलें। इस पर ध्यान देना होगा।