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गोरखपुर में महिलाओं को आसानी से मिलने लगा कोविड टीकाकरण का स्लाट, तुरंत हो रहा सत्यापन

टीकाकरण अभियान में प्रतिदिन 60 से 70 बूथों पर टीका लगाया जा रहा है। महिलाएं कहीं भी जाकर टीका लगवा सकती हैं। लेकिन टीकाकरण में उनकी संख्या कम होती देख स्वास्थ्य विभाग ने उनके लिए जिला महिला अस्पताल में अलग बूथ बना दिया है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 05:11 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 05:11 PM (IST)
गोरखपुर में महिलाओं को आसानी से मिलने लगा कोविड टीकाकरण का स्लाट, तुरंत हो रहा सत्यापन
महिला अस्पताल में बने टीकाकरण केद्र पर महिलाओं की लगी कतार। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। जिला महिला अस्पताल में महिलाओं के लिए बनाए गए बूथ से उन्हें अच्छी सुविधा मिल गई है। अब भीड़ में पुरुषों के बीच लाइन लगाने से उन्हें मुक्ति मिल गई है। महिला बूथ पर भीड़ नहीं हो रही है। आसानी से उन्हें स्लाट मिल रहा है। महिलाएं खुश हैं। बूथ की शुरुआत सात जून को हुई है।

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हर रोज 60-70 बूथों पर लग रहा टीका

टीकाकरण अभियान में प्रतिदिन 60 से 70 बूथों पर टीका लगाया जा रहा है। महिलाएं कहीं भी जाकर टीका लगवा सकती हैं। लेकिन टीकाकरण में उनकी संख्या कम होती देख स्वास्थ्य विभाग ने उनके लिए जिला महिला अस्पताल में अलग बूथ बना दिया है। वहां केवल महिलाओं को टीका लगाया जा रहा है। इससे महिलाएं खुश हैं। वहां भीड़ भी नहीं हो रही है। इसलिए तुरंत सत्यापन हो रहा है और टीका लगा दिया जा रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि उनका स्लाट आसानी से मिल जा रहा है। गुरुवार को महिला बूथ पर वैक्सीनेटर अलकनंदा उपाध्याय, अनुष्का ङ्क्षसह व नेहा गुप्ता मौजूद थीं। आने वाली हर महिला को टीका लगा रही थीं। इसके बाद उन्हें 30 मिनट आब्जर्वेशन कक्ष में बैठाया जा रहा था। भीड़ नहीं थी। दो-चार करके महिलाएं आ रही थीं, सत्यापन के बाद तत्काल उन्हें टीका लगा दिया जा रहा था। जागरण से बातचीत में महिलाओं ने बताया कि यहां अलग बूथ बन जाने से उन्हें बहुत आसानी हुई है।

क्‍या कहती हैं महिलाएं

मियां बाजार की उर्मिला गुप्ता दूसरी डोज लगवाने आई थीं। उन्होंने कहा कि पहली डोज लगवाने के लिए उन्हें लंबी लाइन लगानी पड़ी थी। यहां अलग बूथ बन जाने से भीड़ नहीं है। तुरंत टीका लग गया। विष्णुपुरम निवासी दुर्गावती पांडेय पहली डोज लगवाने आई थीं। यह पूछने पर कि अभी तक क्यों नहीं लगवाईं? उन्होंने कहा कि मैं बाहर थी। अलग बूथ बन जाने से अब आसानी हो गई है। हुमायूंपुर से आई ममता ङ्क्षसह ने कहा कि स्लाट नहीं मिल रहा था। इसलिए टीका लगवाने में देर हुई। अब अलग महिला बूथ बन जाने से आसानी से हम लोगों को स्लाट मिल जा रहा है। घोष कंपनी की दीपिका गुप्ता को भी अलग बूथ बनने के पहले स्लाट नहीं मिल रहा था। अब स्लाट मिल गया है तो वह टीका लगवाने आई थीं। उन्होंने कहा महिलाओं के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है।

महिला बूथ पर युवाओं का बुक हो गया स्लाट, नहीं लगा टीका

महिला बूथ पर तीन युवाओं ने अपना स्लाट बुक करा लिया था। उन्हें टीका नहीं लगाया गया। बताया गया कि यहां केवल महिलाओं को टीका लगाया जा रहा है। उन्हें संक्रामक रोग विभाग भेजा गया। वहां वैक्सीनेटर ने बताया कि उन्हें पुन: स्लाट बुक कराना होगा। इस वजह से रामप्रीत, विनोद कुमार गुप्ता व विष्णु चौधरी को निराश होकर वापस जाना पड़ा।


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