Dry Run: गोरखपुर के 51 अस्पतालों के 84 बूथों पर हुआ कोविड टीकाकरण का पूर्वाभ्यास Gorakhpur News
गोरखपुर के 51 अस्पतालों के 84 बूथों पर कोविड टीकाकरण का दूसरा ड्राई रन आयोजित किया गया। हर बूथ पर सैनिटाइजर मास्क व इमरजेंसी दवाओं की व्यवस्था की गई थी। हर जगह 15-15 स्वास्थ्य स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाया गया था।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के 51 अस्पतालों के 84 बूथों पर कोविड टीकाकरण का दूसरा ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) आयोजित किया गया। हर बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क व इमरजेंसी दवाओं की व्यवस्था की गई थी। हर जगह 15-15 स्वास्थ्य स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाया गया था। उन्हें लाइन में खड़ा कराकर एक-एक- व्यक्ति को अंदर प्रवेश दिया गया।
पांच जनवरी को आयोजित पहले ड्राई रन में मिली कमियां इस बार नजर नहीं आईं। लेकिन कुछ केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों के विलंब से पहुंचने का मामला सामने आया है। ज्यादातर केंद्रों पर वैक्सीनेटर व स्वास्थ्य कर्मी समय से पहुंच से पहुंच गए थे। हर बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क व इमरजेंसी दवाओं की व्यवस्था की गई थी। हर जगह स्वास्थ्य स्वास्थ्य कर्मियों को लाइन में खड़ा कराकर एक-एक- व्यक्ति को अंदर प्रवेश दिया गया। हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही कक्ष में प्रवेश दिया जा रहा था। जिनके पास मास्क नहीं थे, उन्हें मास्क प्रदान किया जा रहा था।
बूथ बदलने से हुआ विलंब
जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड को बूथ बनाया गया था। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एसी श्रीवास्तव सहित वैक्सीनेटर व स्वास्थ्य कर्मी समय से पहुंच गए थे। लेकिन अचानक आइसोलेशन वार्ड से बूथ को बगल में स्थित क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया गया। इसलिए टीकाकरण का पहला पूर्वाभ्यास 10.40 पर हो पाया।
पूरी की गई सभी प्रक्रिया
स्वास्थ्य कर्मी (जिन्हें टीका लगाया जाना है) अर्चना मौर्या ने जब केंद्र में प्रवेश किया तो गेट पर खड़ी सुरक्षा कर्मी स्नेहा ने उनके आधार कार्ड से सूची का सत्यापन किया। इसके बाद वह वेरीफिकेशन काउंटर पर गईं। वहां स्टाफ नर्स नुजहत ने उनका आनलाइन वेरीफिकेशन कर नाम नोट किया और टीकाकरण काउंटर पर भेजा। वहां वैक्सीनेटर आशु स्मिता ने उन्हें बताया कि आपको फलां कंपनी की वैक्सीन लगाई जा रही है। इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने अर्चना के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। उन्हें दो मोबाइल नंबर दिया और कहा कि किसी तरह की परेशानी होने पर इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। यह भी बताया कि वैक्सीन लगने के बाद भी आपको शारीरिक दूरी व मास्क का प्रयोग करना है। इसके बाद आप 30 मिनट के लिए आब्जर्वेशन कक्ष में विशेषज्ञों की निगरानी में रहेंगी। इसके बाद अभिषेक श्रीवास्तव सहित 15 लोगों पर पूर्वाभ्यास किया गया।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि मुझे हाई बीपी की शिकायत है। जिला महिला अस्पताल में सारी व्यवस्था मुकम्मल थी। दो बूथ बनाए गए थे। लेकिन सुबह 11 बजे तक कोई स्वास्थ्य कर्मी (जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है) नहीं आया। 11.10 बजे प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. माला कुमारी सिन्हा ने स्वयं पर पूर्वाभ्यास कराया। कक्ष में प्रवेश करते ही सुरक्षा कर्मी ने उनका हाथ सैनिटाइज कराया। आधार कार्ड मांगा और सूची से मिलाने के बाद अंदर प्रवेश दिया। वेरीफिकेशन व टीकाकरण का एक ही काउंटर था। वहां टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के पूर्व वैक्सीनेटर ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी तो अधीक्षक ने कहा कि उन्हें हाई बीपी की शिकायत है। वैक्सीनेटर ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं होगी। वैक्सीन लगने के बाद आप 30 मिनट विशेषज्ञों की निगरानी में रहेंगी। इसके साथ ही उन्हें पांच जरूरी बातें बताईं। वह दूसरे रास्ते से कक्ष से बाहर निकलीं और आब्जर्वेशन रूम में चली गईं।
दो बूथों पर नहीं पहुंची सूची
जिला महिला अस्पताल के दो बूथों पर स्वास्थ्य कर्मियों की सूची नहीं पहुंची थी। दोपहर बाद तक कोई स्वास्थ्य कर्मी पूर्वाभ्यास के लिए भी नहीं पहुंचा था। वेटिंग एरिया खाली पड़ा था। वेरीफिकेशन काउंटर पर डा. जय कुमार व स्टाफ नर्स ममता राय तथा टीकाकरण काउंटर पर वैक्सीनेटर सोन बाला व नेहा गुप्ता बैठकर स्वास्थ्य कर्मियों का इंतजार करती रहीं।