जानिए क्यों दो माह बाद भी माध्यमिक स्कूलों में पटरी पर नहीं लौटी आनलाइन कक्षाएं
सरकार की तमाम कवायद के बावजूद जिले के माध्यमिक विद्यालयों में आनलाइन पढ़ाई पटरी पर नहीं आ पा रही है। आनलाइन पढ़ाई का संचालन हुए दो माह पूरे होने को हैं और अभी तक सिर्फ 52 फीसद शिक्षकों ने ही बच्चों को पढ़ाने के लिए ग्रुप बनाया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सरकार की तमाम कवायद के बावजूद जिले के माध्यमिक विद्यालयों में आनलाइन पढ़ाई पटरी पर नहीं आ पा रही है। आनलाइन पढ़ाई का संचालन हुए दो माह पूरे होने को हैं और अभी तक सिर्फ 52 फीसद शिक्षकों ने ही बच्चों को पढ़ाने के लिए ग्रुप बनाया है। वाट्सएप ग्रुपों से विद्यार्थियों के जुड़कर शिक्षा ग्रहण करने का जहां तक सवाल है तो इसकी संख्या महज 47 फीसद है। ऐसे तो जिले में 485 विद्यालय हैं, लेकिन इनमें से 385 ने ही समय सारणी तैयार की है। डीआइओएस द्वारा यूपी बोर्ड को भेजे गए रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
जिले के सभी स्कूल अभी चल रहे हैं बंद
कोरोना के कारण जिले के सभी स्कूल अभी भी बंद चल रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए आनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रहीं हैं। शासन के निर्देश पर कक्षाओं का संचालन गत 20 मई से नियमित की जा रही है।
मानीटरिंग की जिम्मेदारी डीआइओएस व संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपी गई
मानीटरिंग की जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक व संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपी गई है। इसके अलावा प्रत्येक दस विद्यालय पर एक नोडल अधिकारी की भी तैनाती की गई। जो हर हफ्ते अपनी रिपोर्ट डीआइओएस को सौंपते हैं, फिर भी जिले में स्कूल आनलाइन कक्षाओं के संचालन में रुचि नहीं ले रहे हैं।
आनलाइन पढ़ाई की साप्ताहिक समीक्षा की जा रही
जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि जनपद के जिन स्कूलों के शिक्षकों ने अभी तक वाट्सएप ग्रुप बनाकर आनलाइन पढ़ाई शुरू नहीं की है, उन स्कूलों के प्रधानाचार्यों व नोडल अधिकारियों को जल्द से जल्द से पठन-पाठन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। बोर्ड के निर्देश पर आनलाइन पढ़ाई की साप्ताहिक समीक्षा की जा रही है। इसको लेकर शिथिलता क्षम्य नहीं होगी और संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी।