जानिए किस चीनी मिल पर किसानों का करोड़ों रुपये है बकाया, भुगतान न होने से कैसे काट रहे जीवन Gorakhpur News
महराजगंज जिले के भाठ क्षेत्र में आज गन्ना किसान गरीबी का दंश झेलने को मजबूर हैं। मिल चलने से किसान काफी खुश थे लेकिन इस शादी-विवाह के समय व कोरोना जैसी महामारी में भी चीनी मिल द्वारा किसानों का बकाया पैसा भुगतान नहीं किया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन : महराजगंज जिले के भाठ क्षेत्र में आज गन्ना किसान गरीबी का दंश झेलने को मजबूर हैं। मिल चलने से किसान काफी खुश थे, लेकिन इस शादी-विवाह के समय व कोरोना जैसी महामारी में भी चीनी मिल द्वारा किसानों का बकाया पैसा भुगतान नहीं किया जा रहा है। जेएचवी गड़ौरा चीनी मिल पर इस समय करोड़ों रुपये किसानों का बकाया है।
मिल पर ढाई लाख रुपये बकाया
मिश्रौलिया निवासी उमाशंकर पाल ने कहा कि चीनी मिल पर करीब ढाई लाख रुपये हैं। घन बनवाना है, लेकिन पैसे के अभाव में मकान का काम नहीं करवा पा रहा हूं। मिल प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं दे रहा। प्रशासन व मिल प्रबंधन एक दूसरे पर जिम्मेदारी का ठीकरा फोड़ रहे हैं।
मां के इलाज के लिए पैसे तक नहीं
पिपरिया निवासी विजय कुमार सिंह ने कहा कि मिल पर डेढ़ लाख रुपये बकाया है। माता की तबीयत खराब है और इलाज कराने के लिए पैसे नहीं है। इसके अलावा बच्चों की फीस भी जमा नहीं हो सकी है। अगर चीनी मिल द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान हो जाता तो काफी अच्छा रहता।
बिगड़ने लगी है आर्थिक स्थिति
प्रदीप कुमार ने कहा कि चीनी मिल पर दो लाख रुपये बकाया है। गन्ना गिरने के बाद ऐसा लगा कि जल्द ही पैसा मिल जाएगा, लेकिन आज तक गन्ना मूल्य भुगतान नहीं हो पाया। अब आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है।
घर की स्थिति हो चुकी है खराब
करमहिमा निवासी श्रृंखला देवी ने बताया कि मेरे पास जो खेती थी, उसमें गन्ना लगाई थी। जिसे मिल को देने के बाद भी आज तक चीनी मिल ने भुगतान नहीं किया। घर की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। फिर भी चीनी मिल ने गन्ना मूल्य भुगतान नहीं किया है।
जल्द ही कराया जाएगा बकाया भुगतान
जिला गन्ना अधिकारी जगदीश यादव ने कहा कि किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए लगातार चीनी मिल पर दबाव बनाया जा रहा है। किसानों का बकाया गन्ना मूल्य जल्द ही भुगतान कराया जाएगा।