जानिए किस सड़क से गुजरने से डरते हैं लोग, उखड़ चुकी हैं गिट्टियां Gorakhpur News
महराजगंज जिले के विकास खंड नौतनवा के ग्राम सभा बेलभार महुलानी अहिरौली मदरी भगवानपुर से रघुनाथपुर को जाने की पक्की सड़क बदहाल हैं। साथ ही प्रतिदिन हजारों की संख्या में ग्रामीण इस सड़क से रोजी रोटी के लिए नेपाल की सीमा में जाते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन : महराजगंज जिले के विकास खंड नौतनवा के ग्राम सभा बेलभार, महुलानी, अहिरौली, मदरी, भगवानपुर से रघुनाथपुर को जाने की पक्की सड़क बदहाल हैं। साथ ही प्रतिदिन हजारों की संख्या में ग्रामीण इस सड़क से रोजी रोटी के लिए नेपाल की सीमा में जाते हैं। बड़े-बड़े गड्ढे व उखड़ी गिट्टियां राहगीरों के लिए सांसत बने हैं। जिस पर सफर तय करना काफी खतरनाक है। ग्रामीणों ने कई बार उच्चाधिकारियों से सड़क मरम्मत कराने की मांग की, लेकिन अभी तक उसकी दुर्दशा पर ध्यान नहीं दिया गया। त्रिलोकी यादव कहते हैं कि वर्षों से सड़क की दुर्दशा से ग्रामीण गुजर रहे हैं। बिखरी गिट्टी के कारण राहगीर कब गिरकर चोटिल हो जाए, यह कहा नहीं जा सकता है। वहीं राजू ने बताया कि ठूठीबारी- नौतनवां मुख्य मार्ग से बेलभार गांव की सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं। इसके मरम्मत के लिए कोई भी जिम्मेदार सामने नहीं आया।
12 किलोमीटर की सड़क काफी खतरनाक
शिवपूजन वर्मा ने कहा कि करीब 12 किलोमीटर दूरी की सड़क पर सफर काफी खतरनाक है। इससे बेहतर तो कच्ची सड़क होती तो अच्छा रहता। क्योंकि गिट्टी में फंसकर वाहन चालक का संतुलन बिगड़ जाता है।
सड़क की बदहाली पर बहा रहे आंसू
जयकिशुन यादव ने बताया कि सरकार सड़क सुरक्षा का अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित सफर के लिए जागरूक कर रही है, वहीं सड़क की बदहाली पर ग्रामीण आंसू बहाने को मजबूर हैं।
संबंधित विभाग को दिए गए हैं निर्देश
एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि सड़कों की मरम्मत बरसात के पहले हो जाए, इसके लिए संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
बृजमनगंज से रोडवेज बसों का संचलन नहीं
नगर पंचायत बृजमनगंज में विकास की उम्मीदें अभी भी अधूरी दिख रही है। अंग्रेजों के बसाए गए महत्वपूर्ण कस्बे में लोगों को रोडवेज की सुविधा नहीं मिल रही। संतकबीरनगर, सिद्धार्थ नगर व गोरखपुर के साथ ही पड़ोसी राष्ट्र नेपाल को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण कस्बा बृजमनगंज को अब भी रोडवेज बसों के संचलन का इंतजार है। व्यापार व इलाज के उद्देश्य से बृजमनगंज व फुलमनहा से सिद्धार्थनगर, गोरखपुर व संतकबीर नगर जाने के लिए लोगों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है जिससे यात्रियों का समय के साथ अतिरिक्त पैसा भी बर्बाद होता है।