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जानिए, इन तीन बच्‍चों ने ऐसा क्‍या कि रातों रात बन गए हीरो Gorakhpur News

कक्षा 12 में पढ़ने वाले तीन छात्रों ने कुछ ऐसा किया कि तीनों रातों रात हीरो बन गए। पुलिस ने तीनों को बुलाकर सम्‍मानित किया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 11:10 AM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 01:56 PM (IST)
जानिए, इन तीन बच्‍चों ने ऐसा क्‍या कि रातों रात बन गए हीरो Gorakhpur News
जानिए, इन तीन बच्‍चों ने ऐसा क्‍या कि रातों रात बन गए हीरो Gorakhpur News

गोरखपुर, दुर्गेश त्रिपाठी। तीनों अभी 12वीं के छात्र हैं। नाम है अब्दुल नाजिम, अमन अहमद और कैफ खान। एमएसआइ इंटर कॉलेज बक्शीपुर में विज्ञान वर्ग के छात्र हैं। इन तीनों ने ऐसा काम किया यह तीनों देखते ही देखते शहर के लिए हीरो बन गए। लोगों की नजर में इनका ओहदा इतना बढ़ गया है कि सभी इनको सलाम कर रहे हैं।

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बुजुर्ग को कराहता देख रुक गए तीनों

अब्दुल नाजिम, अमन अहमद और कैफ खान ग्रुप स्टडी करने के लिए शहर के घासीकटरा की ओर से गुजर रहे थे। चौराहे से थोड़ा पहले सड़क किनारे भीड़ देख रुक गए। लोगों को हटाते हुए आगे बढ़े तो देखा एक बुजुर्ग सड़क किनारे गिरे हुए हैं। कोई एंबुलेंस बुलाने को कह रहा था तो कोई पुलिस को लेकिन फोन कोई नहीं कर रहा था।

पुलिस से मदद नहीं मिली तो खुद पहुंचाया अस्‍पताल

अब्दुल नाजिम ने 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस भेजने को कहा। कुछ देर तक एंबुलेंस नहीं आई तो तीनों साथियों ने बुजुर्ग को तत्काल अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लिया। अपनी बाइक के बीच में बुजुर्ग को किसी तरह बैठाया और उंचवा स्थित एक अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताते हुए भर्ती करने को कहा। लेकिन जब पता चला कि बुजुर्ग लावारिस हैं तो इन्कार कर दिया। यहां से बुजुर्ग को फिर बाइक पर बैठाकर सभी जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे।

डॉक्टर ने मृत बताया तो छलक पड़े आंसू

जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों ने परीक्षण कर बुजुर्ग का इलाज शुरू किया। इस बीच बुजुर्ग की नाक से खून भी आने लगा था। तकरीबन 15 मिनट के इलाज के बाद डॉक्टरों ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही तीनों दोस्तों की आंखों में आंसू आ गए।

हमने अपना फर्ज निभाया

अब्दुल, अमन और कैफ कहते हैं कि उन्होंने अपना फर्ज निभाया। सड़क पर पड़े घायल को अस्पताल पहुंचाया। अब्बा और अम्मी हमेशा दूसरों की मदद की सीख देते हैं। दुख इस बात का है कि बुजुर्ग को हम बचा नहीं सके। कहते हैं इंसानियत से बड़ा कुछ नहीं होता है।

इंसानियत के फरिश्तों को पुलिस ने बनाया मित्र

तीनों छात्रों की पूरे शहर में तारीफ हो ही रही है, पुलिस भी इन तीनों की तारीफ कर रही है। तीनों को एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ ने कोतवाली में सम्मानित किया, शाबासी दी और पुलिस मित्र बनाते हुए परिचय पत्र दिया।

क्लास टीचर ने फोन कर बुलाया

एमएसआइ इंटर कॉलेज में 12वीं के छात्र अमन, अब्दुल नाजिम और कैफ के क्लास टीचर रईस अहमद के मोबाइल नंबर पर कोतवाली पुलिस ने फोन किया। उनसे तीनों छात्रों के बारे में जानकारी ली और बताया कि एसपी सिटी छात्रों को सम्मानित करना चाहते हैं। क्लास टीचर ने तीनों छात्रों को इसकी जानकारी दी और खुद उन्हें लेकर कोतवाली पहुंचे। यहां एसपी सिटी पहले से ही तीनों का इंतजार कर रहे थे।

पहले तो डर गए थे

अमन ने कहा कि जब क्लास टीचर ने फोन कर कहा कि पुलिस ने बुलाया है तो हम डर गए। मन में तरह-तरह के विचार आने लगे। लेकिन जब क्लास टीचर ने बताया कि तीनों ने बहुत बड़ा काम किया है और सब उन पर गर्व कर रहे हैं। यह सुनकर बहुत अच्छा लगा। कहा कि घायलों की मदद को लेकर समाज में कई तरह की बातें सुनी थीं इसलिए मन में डर था। अब भटक खुल गया है। अम्मी आसना शहीन भी बहुत खुश हैं। अमन और उसके दोस्तों ने इसके लिए 'दैनिक जागरण' को धन्यवाद दिया।


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