लीबिया भेजने वाली कंपनी के मैसेज के इंतजार में स्वजन
कुशीनगर अपहृत मुन्ना चौहान समेत सात भारतीयों को लीबिया भेजने वाली दिल्ली की कपंनी की तरफ स
कुशीनगर: अपहृत मुन्ना चौहान समेत सात भारतीयों को लीबिया भेजने वाली दिल्ली की कपंनी की तरफ से बीते तीन दिनों से कोई जानकारी मुहैया नहीं कराई जा रही है। इससे पहले कंपनी की ओर से नियमित रूप से लीबिया में फंसे कामगारों के स्वजन को फोन कर अपडेट किया जाता रहा है। अब अपहृतों से जुड़ी जानकारी न मिलने से स्वजन की चिता बढ़ गई है। उनका कहना है कि आतंकियों के चंगुल में फंसे लोग कहां और किस हाल में होंगे, यह बताने वाला कोई नहीं है।
जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के गांव गड़हिया बसंतपुर निवासी मुन्ना चौहान के स्वजन उदास हैं। घर का चूल्हा कई दिनों से बुझा पड़ा है। बुजुर्ग मां चंद्रावती व बच्चों की भूख मिटाने के लिए गांव के लोग भोजन पहुंचा रहे हैं। पत्नी संजू का स्वास्थ्य पति की चिता में गिरता जा रहा है। बड़ी बेटी रानी भी उदास है। दरवाजे पर पहुंच रहे लोग मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री , विदेश मंत्रालय से इसकी शिकायत होने तथा इसे लेकर सरकार के सक्रिय होने की बात बता ढांढस बंधाने का कार्य कर रहे हैं। रिश्तेदार लल्लन ने बताया कि कंपनी की तरफ से बुधवार को आखिरी बार बात हुई थी। आश्वासन मिला था कि सबकुछ ठीक चल रहा है, जल्द ही अपहृत भारतीय अपने वतन लौट आएंगे, पर अब बात न होने से मन आशंकित हो रहा है। प्रदेश व केंद्र सरकार, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय हर जगह आवेदन कर मदद की गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन कहीं से कोई जवाब नहीं मिल रहा है।
यह है मामला :
मुन्ना आर्गन बेल्डिग का काम करता है। सितंबर 2019 में वह दिल्ली स्थित एक कंपनी एनडी इंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से लीबिया गया था। मुन्ना सहित सात कामगारों का वीजा 13 सितंबर 2020 को ही समाप्त हो गया। इसी दिन उसने अपनों से बात कर 17 सितंबर को लीबिया से दिल्ली के लिए फ्लाइट होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उसका संपर्क टूट गया।
सांसद ने लिखा पत्र :
सांसद विजय कुमार दूबे ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर लीबिया में फंसे भारतीयों के शीघ्र रिहाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि सरकार इसे लेकर गंभीर है। जल्द ही सुकून भरी खबर मिलेगी।