कुत्ते भौकने जैसी आवाज निकल रही थी बच्चे की, एंटी रैबीज इंजेक्शन लगने के बाद भी मौत
एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के बाद भी भी एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के पिता तूफानी के अनुसार मरने से दो दिन पहले तक उसकी आवाज कुत्ते के भौकने जैसी निकल रही थी।
गोरखपुर : एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के बाद भी किशोर की मौत का चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसे मानने को तैयार नहीं है।
कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के मोहनाग गाव निवासी तूफानी के 11 वर्षीय पुत्र को 4 अगस्त को एक पागल कुत्ते ने काट लिया था। परिजन उसी दिन पीडि़त को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैंपियरगंज ले गए और एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाई। डाक्टर की सलाह के मुताबिक वैक्सीन का कोर्स भी पूरा किया। धीरज को 4 अगस्त, 8 अगस्त, 11 अगस्त व एक सितंबर को वैक्सीन लगाई गई। लेकिन परिजन तब परेशान हो गए जब दो सितंबर को पीड़ित की हालत बिगड़ने लगी। अल्पवयस्क बालक के मुंह से कुत्ते की तरह भौंकने जैसी आवाज आने लगा। उसके बाद चार सितंबर को उसकी मौत हो गई।
इस संबंध में सीएमओ डा. एसके तिवारी का कहना है कि पीड़ित के परिजनों के ही बात से स्पष्ट है कि कुत्ता काटने के दिन ही उसको संबंधित सीएचसी पर वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद नियमित रूप से कोर्स भी पूरा किया गया। सामान्य तौर पर ऐसा नहीं होता है कि एआरबी लगाए जाने के बाद भी मरीज को रैबीज हो जाए। हो सकता है कि पहले भी बच्चे को कभी कुत्ते ने काटा हो और उसका ठीक से इलाज न कराया गया हो। यह भी हो सकता है कि कुत्ता काटने के बाद निर्धारित समय के बाद वैक्सीन लगाई गई है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। बहरहाल, यह अपने तरह की यह पहली घटना है। जांच के बाद मामला स्पष्ट हो जाएगा कि आखिर ऐसा क्यों हो गया।