इस डायरी में लिखा है किस अधिकारी को कितना मिलता था हिस्सा Gorakhpur News
गोरखपुर में वाहनों से अवैध वसूली मामले में एआरटीओ को नोटिस जारी होने के बाद आरोपित बनाए गए पीटीओ व सिपाहियों की परेशानी बढ़ गई है। धर्मपाल के पास मिली डायरी में लिखी बातों के बारे में एसआइटी आरोपितों से पूछताछ करेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। ओवरलोड वाहनों से वसूली किए जाने की जांच कर रही एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम) लखनऊ ने आरोपितों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एआरटीओ को नोटिस जारी होने के बाद आरोपित बनाए गए पीटीओ व सिपाहियों की परेशानी बढ़ गई है। धर्मपाल के पास मिली डायरी में लिखी बातों के बारे में एसआइटी आरोपितों से पूछताछ करेगी।
मधुबन होटल के मालिक धर्मपाल सिंह के पास मिली डायरी की छानबीन करने पर पता चला था कि होटल में काम करने वाला श्रवण गौड़ ओवरलोड गाड़ी पास कराने का टोकन बनाता था। रुपये देने वाले लोगों का नाम, पता रजिस्टर में दर्ज कर संबंधित जिले के अधिकारियों के पास वाट्सएप के जरिए मैसेज भेजता था। फोन पर भी उनको इसकी जानकारी दी जाती थी। शैलेष मल्ल और रामसजन पासवान गिरोह से जुड़े अधिकारियों तक रकम पहुंचाते थे। मधुबन होटल व सिब्बू ढाबा के मालिक गाड़ी पास कराने के लिए रुपये कैश के साथ खाते में भी लेते थे। अधिकारियों को उनके हिस्से की रकम कैश में ही दी जाती थी। किस अधिकारी को कितने रुपये मिलते थे धर्मपाल के पास मिली डायरी में यह लिखी गई है।
यह चार से पांच हजार रुपये प्रति गाड़ी देते थे ट्रांसपोर्टर
ओवरलोड गाड़ी पास कराने के लिए ट्रांसपोर्टर प्रति गाड़ी चार से पांच हजार रुपये देते थे। जिसमें से एक हजार रुपये होटल व ढाबा मालिक अपने पास रखते थे, शेष रकम अधिकारियों तक पहुंचा देते थे। होटल व ढाबा से मिले रजिस्टर में 600 गाडिय़ों के नंबर मिले थे।
हर रोज गुजरते हैं दो हजार से अधिक वाहन
गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ व मिर्जापुर मंडल से होकर प्रतिदिन दो हजार से अधिक ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं। जिम्मेदार कार्रवाई करने की वजाय इन गाडिय़ों को पास करा देते हैं।
एआरटीओ को नोटिस जारी होने के बाद तेज हुई सरगर्मी
इनके खिलाफ दर्ज है केस
ओवरलोड वाहनों से वसूली के मामले में एसटीएफ ने मधुबन होटल, सिब्बू ढाबा के मालिक समेत आठ लोगों को मुख्य आरोपित बनाया है। गैंग से जुड़े आरटीओ विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का नाम फर्द में है। गोरखपुर के एआरटीओ, पीटीओ, सिपाही संजय सिंह उर्फ मंटू, नृपेंद्र सिंह, अनूप सिंह, अवधेश सिंह, देवरिया में चतुर्वेदी जी, शुक्ला जी दीवान के भी नाम हैैं। कुशीनगर, महराजगंज, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, अंबेडकर नगर, बस्ती आरटीओ के सिपाही, बलिया एआरटीओ का प्राइवेट चालक, संतकबीरनगर के पीटीओ, प्रयागराज के रहने वाले प्राइवेट व्यक्ति सैफ, फैजल, सोनभद्र व मिर्जापुर, भदोही आरटीओ के सिपाही शामिल हैं।