Fight Against Coronavirus : रेलवे स्टेशनों पर भी बनेंगे आइसोलेशन वार्ड, रक्षक तैयार Gorakhpur News
फिलहाल 13 रक्षक कोच गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो ए पर खड़े कर दिए गए हैं। जिन्हें जल्द दूसरों स्टेशनों पर मरीजों की सेवा के लिए भेज दिया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशन भी कोरोना वायरस से इस जंग के गवाह बनेंगे। गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बढऩी, देवरिया, छपरा, मऊ और वाराणसी आदि प्रमुख स्टेशनों पर तैनात होने के लिए रेलवे के 64 रक्षक कोच आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार हो गए हैं। शेष 152 का निर्माण भी इसी सप्ताह पूरा हो जाएगा।
हर जगह मरीजों के लिए 10 बेड तैयार
फिलहाल 13 रक्षक कोच गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो ए पर खड़े कर दिए गए हैं। जिन्हें जल्द दूसरों स्टेशनों पर मरीजों की सेवा के लिए भेज दिया जाएगा। प्रत्येक आइसोलेशन रक्षक कोचों में मरीजों के इलाज के लिए दस बेड तैयार किए गए हैं।
टॉयलेट और बाथरूम की भी व्यवस्था
कोच में टॉयलेट, बाथरूम की व्यवस्था की गई है। हाथ धोने के लिए साबुन और सैनिटाइजर, तौलिया तथा डिस्पोजेबल थाली, गिलास और प्लेट की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई है। उपचार के लिए चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम तैयार की जा रही है। जानकारों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान विषम परिस्थिति में इन कोचों का उपयोग होगा ही, लॉकडाउन के बाद भी इनका उपयोग होता रहेगा। कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्ति मिल जाने के बाद इन कोचों को पूरी तरह सैनिटाइज कर फिर से ट्रेनों में उपयोग शुरू हो जाएगा। भारतीय रेलवे में 2500 कोचों में चालीस हजार आइसोलेशन बेड तैयार किए जा रहे हैं।
216 कोचों में बनने है आइसोलेशन वार्ड
पूर्वोत्तर रेलवे के कुल 216 कोचों में आइसालेशन वार्ड बनाए जाने हैं। जिसमें गोरखपुर स्थित यांत्रिक कारखाने में 78 और कोचिंग डिपो में 38 सहित 116 बनाए जाएंगे। गोरखपुर में करीब 50 आइसोलेशन वार्ड तैयार हो चुके हैं। यांत्रिक कारखाना में स्लीपर तथा कोचिंग डिपो में जनरल कोच में आइसोलेशन वार्ड तैयार हो रहे हैं।
आइसोलेशन वार्ड का प्रारूप 64 कोचों में तैयार
इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह का कहना है कि 64 कोचों में आइसोलेशन वार्ड का प्रारूप तैयार हो गया है। शेष का निर्माण भी जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा। इनके उपयोग और सुविधाओं के बारे में यथाशीघ्र निर्णय ले लिया जाएगा।