अब 68500 शिक्षक भर्ती पर भी सवाल, सत्यापन के दौरान मिला फर्जी शिक्षक Gorakhpur news
गोरखपुर में अब 68500 शिक्षक भर्ती में भी फर्जीवाड़ा मिल रहा है। बांवगांव में तैनात एक शिक्षक का प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाया गया है।
By Edited By: Published: Tue, 06 Aug 2019 10:29 AM (IST)Updated: Tue, 06 Aug 2019 03:32 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की तलाश के लिए एसटीएफ ने अपनी जांच तेज कर दी है। फोकस 2010 एवं उससे बाद हुई भर्तियों पर है, शिकायतों के आधार पर पुरानी भर्तियों की भी जांच हो रही है। इन जांचों के बीच नवीनतम शिक्षक भर्ती (68500) में भी फर्जीवाड़े की घुसपैठ सामने आई है। भर्ती की कठिन प्रक्रिया से गुजर कर नौकरी पाने वालों में फर्जी प्रमाण पत्र वाले भी हैं। उनकी मौजूदगी की पुष्टि ने विभाग को भी सकते में डाल दिया है।
टीईटी के साथ ही अलग से कराई गई थी भर्ती परीक्षा 68500 शिक्षक भर्ती में टीईटी के साथ ही अलग से भर्ती परीक्षा कराई गई थी। इस बार सभी प्रमाण पत्रों की जांच के बाद ही वेतन जारी किया गया है। सत्यापन के दौरान बांसगांव में तैनात शिक्षक के प्रमाण पत्र फर्जी मिले प्रमाण पत्रों के सत्यापन के दौरान ही बांसगांव क्षेत्र में कार्यरत एक शिक्षक का बीए के प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया गया है। छात्र ने गुजरात के एक निजी विवि से स्नातक करने का दावा किया है लेकिन विभाग की ओर से सत्यापन के लिए भेजे गए पत्र के जवाब में संबंधित विवि ने उस प्रमाण पत्र को फर्जी करार देते हुए कहा है कि उनके विवि से उस नाम पर कोई डिग्री नहीं जारी की गई है।
इसके बाद शिक्षक को नोटिस दी गई। उसने सफाई में कहा है कि लखनऊ से बीटीसी करने के दौरान शैक्षणिक प्रमाण पत्र का वेरीफिकेशन हो चुका है। अपनी बात के प्रमाण में उसी विवि की ओर से जारी पत्र की छायाप्रति भी शिक्षक की ओर से संलग्न की गई है। पर, विभाग की मानें तो वह पत्र भी प्रथम दृष्टया संदिग्ध लग रहा है। शिक्षक को अभी और भी नोटिस जारी की जाएगी। एसटीएफ की संदिग्ध सूची में शामिल है विवि गुजरात स्थित जिस कोलोर्क्स टीचर्स विवि का प्रमाण पत्र लगाया गया है, उसी की फर्जी मार्कशीट देवरिया में एसटीएफ के हत्थे चढ़े जालसाज भी बनाते रहे हैं।
इसके अतिरिक्त चार और विवि के प्रमाण पत्रों की जांच का निर्देश एसटीएफ की ओर से दिया गया है। फर्जीवाड़ा मिलने पर होगी कार्रवाई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह का इस संबंध में कहना है कि प्रमाण पत्रों के वेरीफिकेशन में संबंधित विवि ने बीए के अंकपत्र को फर्जी करार दिया है। शिक्षक को नोटिस जारी की गई है। जांच जारी है, फर्जीवाड़ा मिलने पर कार्रवाई होगी।
टीईटी के साथ ही अलग से कराई गई थी भर्ती परीक्षा 68500 शिक्षक भर्ती में टीईटी के साथ ही अलग से भर्ती परीक्षा कराई गई थी। इस बार सभी प्रमाण पत्रों की जांच के बाद ही वेतन जारी किया गया है। सत्यापन के दौरान बांसगांव में तैनात शिक्षक के प्रमाण पत्र फर्जी मिले प्रमाण पत्रों के सत्यापन के दौरान ही बांसगांव क्षेत्र में कार्यरत एक शिक्षक का बीए के प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया गया है। छात्र ने गुजरात के एक निजी विवि से स्नातक करने का दावा किया है लेकिन विभाग की ओर से सत्यापन के लिए भेजे गए पत्र के जवाब में संबंधित विवि ने उस प्रमाण पत्र को फर्जी करार देते हुए कहा है कि उनके विवि से उस नाम पर कोई डिग्री नहीं जारी की गई है।
इसके बाद शिक्षक को नोटिस दी गई। उसने सफाई में कहा है कि लखनऊ से बीटीसी करने के दौरान शैक्षणिक प्रमाण पत्र का वेरीफिकेशन हो चुका है। अपनी बात के प्रमाण में उसी विवि की ओर से जारी पत्र की छायाप्रति भी शिक्षक की ओर से संलग्न की गई है। पर, विभाग की मानें तो वह पत्र भी प्रथम दृष्टया संदिग्ध लग रहा है। शिक्षक को अभी और भी नोटिस जारी की जाएगी। एसटीएफ की संदिग्ध सूची में शामिल है विवि गुजरात स्थित जिस कोलोर्क्स टीचर्स विवि का प्रमाण पत्र लगाया गया है, उसी की फर्जी मार्कशीट देवरिया में एसटीएफ के हत्थे चढ़े जालसाज भी बनाते रहे हैं।
इसके अतिरिक्त चार और विवि के प्रमाण पत्रों की जांच का निर्देश एसटीएफ की ओर से दिया गया है। फर्जीवाड़ा मिलने पर होगी कार्रवाई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह का इस संबंध में कहना है कि प्रमाण पत्रों के वेरीफिकेशन में संबंधित विवि ने बीए के अंकपत्र को फर्जी करार दिया है। शिक्षक को नोटिस जारी की गई है। जांच जारी है, फर्जीवाड़ा मिलने पर कार्रवाई होगी।
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