गोरखपुर विश्वविद्यालय में हिंदी के साक्षात्कार का परिणाम अब होगा घोषित Gorakhpur News
गोरखपुर विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग को जल्द ही शिक्षक उपलब्ध हो सकेंगे। साक्षात्कार का रिजल्ट जल्द ही घोषित होने वाला है।
By Edited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 07:35 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2019 11:12 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। साक्षात्कार देने के बाद रिजल्ट का इंतजार कर रहे दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के शिक्षक पदों के अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय को परिणाम जारी करने की अनुमति दे दी है। अब पाच जुलाई को कार्यपरिषद की बैठक में हिंदी विषय के लिए गठित चयन समिति की संस्तुतियों का लिफाफा खोला जाएगा। डेढ़ दशक बाद शुरू हुई थी नियुक्तियां करीब डेढ़ दशक के अंतराल पर गोरखपुर विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष विभिन्न विभागों में शिक्षक संवर्ग के 142 पदों पर नियुक्तिया हुई थीं।
नियुक्ति प्रक्रिया के बीच ही आरक्षण-रोस्टर लागू करने की प्रणाली को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। उसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर यूजीसी और राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से नियुक्ति प्रक्रिया रोक देने का आदेश दिया। हालाकि तब तक गोरखपुर विश्वविद्यालय में चार को छोड़ शेष विभागों के नियुक्ति परिणाम घोषित हो चुके थे। हिंदी विभाग के लिए साक्षात्कार पूरा हो चुका था, लेकिन। परिणाम जारी नहीं हो सका था, जबकि तीन अन्य विभागों के लिए साक्षात्कार प्रस्तावित था। आदेश के चलते चार विभागों की नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी गई।
आरक्षण-रोस्टर विवाद का हल होने के बाद मिली अनुमति अब केंद्र सरकार द्वारा आरक्षण-रोस्टर विवाद का हल निकाल लेने के बाद विश्वविद्यालय ने कुलाधिपति से लंबित परिणाम जारी करने की अनुमति मागी थी। इसी क्रम में अनुमति मिलने के बाद पाच जुलाई को कार्यपरिषद के समक्ष हिंदी विभाग की चयन समिति की संस्तुतियां रखी जाएंगी। साक्षात्कार के बाद शिक्षकों की नियुक्ति से अब स्थिति बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है।
नियुक्ति प्रक्रिया के बीच ही आरक्षण-रोस्टर लागू करने की प्रणाली को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। उसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर यूजीसी और राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से नियुक्ति प्रक्रिया रोक देने का आदेश दिया। हालाकि तब तक गोरखपुर विश्वविद्यालय में चार को छोड़ शेष विभागों के नियुक्ति परिणाम घोषित हो चुके थे। हिंदी विभाग के लिए साक्षात्कार पूरा हो चुका था, लेकिन। परिणाम जारी नहीं हो सका था, जबकि तीन अन्य विभागों के लिए साक्षात्कार प्रस्तावित था। आदेश के चलते चार विभागों की नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी गई।
आरक्षण-रोस्टर विवाद का हल होने के बाद मिली अनुमति अब केंद्र सरकार द्वारा आरक्षण-रोस्टर विवाद का हल निकाल लेने के बाद विश्वविद्यालय ने कुलाधिपति से लंबित परिणाम जारी करने की अनुमति मागी थी। इसी क्रम में अनुमति मिलने के बाद पाच जुलाई को कार्यपरिषद के समक्ष हिंदी विभाग की चयन समिति की संस्तुतियां रखी जाएंगी। साक्षात्कार के बाद शिक्षकों की नियुक्ति से अब स्थिति बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें