International yoga day: मार्शल आर्ट खिलाडिय़ों ने किया सूर्य नमस्कार, कोरोना मुक्त रहने के लिए किया जनजागरण
कार्यक्रम के दौरान मार्शल आर्ट खिलाडिय़ों ने सूर्यमंत्र के सस्वर उच्चारण के साथ सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राओं का प्रदर्शन कर सूर्य के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की। योद्धा मार्शल आर्टस के अध्यक्ष श्याम किशुन ने कहा कि सूर्य नमस्कार शरीर की समस्त नसों को प्रभावित करता है।
गोरखपुर, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सूर्यकुंडधाम पर सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। सूर्यकुंडधाम विकास समिति व योद्धा मार्शल आर्ट्स समिति के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मार्शल आर्ट खिलाडिय़ों ने सूर्य नमस्कार के माध्यम से सूर्य के प्रति श्रद्धा अर्पित कर योग से कोरोना मुक्त रहने के लिए जन जागरण किया।
कार्यक्रम के दौरान मार्शल आर्ट खिलाडिय़ों ने सूर्यमंत्र के सस्वर उच्चारण के साथ सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राओं का प्रदर्शन कर सूर्य के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की। अपने संबोधन में योद्धा मार्शल आर्टस के अध्यक्ष श्याम किशुन ने कहा कि सूर्य नमस्कार शरीर की समस्त नसों को प्रभावित करता है। सूर्य नमस्कार करने मात्र से शरीर के सभी अंगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह मृत कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
कार्यक्रम का नेतृत्व योद्धा मार्शल आर्ट्स की महिला प्रमुख अनुप्रिया आनंद व अध्यक्षता सूर्यकुंडधाम विकास समिति के सचिव संतोष मणि त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर सानवी जायसवाल, अनय जायसवाल, सोनाली पासवान, रंजना सिंह, आयुष पासवान, डिंपल सहानी, अंशिका श्रीवास्तव, आगोश श्रीवास्तव, राकेश, अनुराधा, बृजेश राय, प्रणय कुमार श्रीवास्तव, मदन राजभर, विनय राय, आकाश श्रीवास्तव, फिरदोस खान तथा मोहन आनंद आजाद आदि मौजूद रहे।
योग से कई बीमारियों को रोकना संभव
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से आनलाइन आयोजित तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन योग की खूबियां बताई गईं। योग प्रशिक्षक योगाचार्य डा. विनय कुमार मल्ल ने योग के महत्व को बताया। कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग को अपना कर अनेक प्रकार के बीमारियों को रोका जा सकता है। नियमित योगाभ्यास करने से डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायराइट जैसे बीमारी से मुक्ति पाई जा सकती है। कहा कि डायबिटीज से बचने के लिए नियमित आधा से एक घंटे तेज चलें, लंबी गहरी सांस लें। सेतुबंधसन, बलासन, बज्रासन, सर्वागासन, हलासन, धनुरासन चक्रासन अनेक प्रकार के आसन है, जिसे करके इस रोग पर नियंत्रण पाया जा सकता है। ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण के लिए 10 से 15 मिनट अनुलोम-विलोम करें। कार्यक्रम समन्वयक डा. केशव सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।