साथियों के समकक्ष किए जाएंगे अपने बैच में वरिष्ठ बने दारोगा
दूसरे जिले में तैनात दारोगा स्थानांतरित होकर जब गोरखपुर आए तो गहराया गया। साथ में ट्रेनिंग करने वाले दारोगा के एक से लेकर दो साल वरिष्ठ होने की जानकारी मिलने पर दूसरे साथियों ने तत्कालीन एसएसपी डा. सुनील गुप्ता से शिकायत की।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। अपने ही बैच के साथियों से वरिष्ठ बने दारोगा अब उनके समकक्ष कर दिए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय से निर्देश आने के बाद एडीजी अखिल कुमार ने जोन के सभी पुलिस कप्तान को पत्र लिखा है।पीएनओ नंबर जारी करने में गड़बड़ी किए जाने की जांच पिछले छह माह से चल रही थी। यह गड़बड़ी पूरे प्रदेश में होने का अंदेशा है। मुख्यालय स्तर से जांच कराने में ही इसकी जांच कराई जाएगी।
तीन बैच के दारोगाओं की एक साथ हुई थी ट्रेनिंग
वर्ष 2015,2016 और 2017 बैच के दारोगा की ट्रेनिंग एक साथ हुई थी।गोरखपुर जिले में जिसने जिस साल ज्वाइन किया वहीं उनका बैच मानते हुए पीएनओ नम्बर जारी कर दिया गया।जबकि अन्य कई जिलों में ट्रेनिंग वर्ष को बैच मानते हुए पीएनओ जारी किया गया। दूसरे जिले में तैनात दारोगा स्थानांतरित होकर जब गोरखपुर आए तो गहराया गया। साथ में ट्रेनिंग करने वाले दारोगा के एक से लेकर दो साल वरिष्ठ होने की जानकारी मिलने पर दूसरे साथियों ने तत्कालीन एसएसपी डा. सुनील गुप्ता से शिकायत की। लेकिन कोई हल नहीं निकला।
एसएसपी ने मुख्यालय से मांगा था दिशा-निर्देश
उसके जाने पर एसएसपी दिनेश प्रभु आने तो उनके पास भी मामला पहुंचा। उन्होंने अधिकारियों को मामले की जानकारी देने के साथ ही मुख्यालय पत्र लिखकर निर्देश मांगा। एडीजी जोन अखिल कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यालय को पत्र लिखकर पीएनओ नम्बर के निर्धारण के बारे में जानकारी मांगी थी। पत्र के जवाब बताया गया कि गोरखपुर जिले में नियमानुसार पीएनओ जारी किया गया है। अन्य जिलों ने गड़बड़ी की है।
15 दिन के अंदर दूर होगी पीएनओ की गड़बड़ी
पीएनओ का निर्धारण नियुक्ति स्थल पर आगमन की तिथि से होता है। एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि जिस जिले में नियमों से नियमों से अलग पीएनओ नंबर आवंटित किया गया है उसमें सुधार होगा। सभी पुलिस कप्तान से 15 दिन के भीतर इस संबंध में आख्या मांगी गई है।