कोर्ट में तहसीलदार गश खाकर गिरे, जानें लेखपाल ने क्यों की अभद्रता
कोर्ट के डायस पर बैठे तहसीलदार एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। उसी समय निलंबित लेखपाल आया और उलझ गया। तहसीलदार गश खाकर गिर गए।
गोरखपुर, जेएनएन। कोर्ट के डायस पर बैठे तहसीलदार व निलंबित लेखपाल के बीच दिन में जमकर विवाद हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि तहसीलदार कोर्ट रूम में ही गश खाकर गिर गए। अचेतावस्था में कर्मचारियों ने उन्हें सीएचसी पहुंचाया। सूचना मिलने के बाद मौके पर थाना पुलिस पहुंच गई। एडीएम प्रमोद शंकर शुक्ला भी हालात जानने के लिए पहुंचे। समाचार लिखे जाने तक सीएचसी में तहसीलदार भर्ती हैं।
यह वाकया सिद्धार्थनगर जिले के इटवा तहसील का है। वहां के तहसीलदार राजेश अग्रवाल व लेखपाल कमलेश मिश्रा के बीच करीब छह माह से विवाद चल रहा है। ग्राम अमौना स्थित अलफारूक इंटर कालेज की विवाद को लेकर दोनों कई बार आमने-सामने खड़े हो चुके थे। तीन माह पहले भी दोनों लोगों के बीच में तकरार हुई थी। तहसीलदार ने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी, जिसके आधार पर आरोपित लेखपाल पर निलंबन की कार्रवाई की गई। इसके बाद दोनों के बीच की अदावत और भी बढ़ गई।
बताते हैं कि घटना के समय तहसीलदार एक मुकदमे का पक्ष सुन रहे थे, इसी दौरान आरोपित लेखपाल पहुंच गया। पहले दोनों के बीच कुछ बात हुई, उसके बाद विवाद होने लगा। इस संबंध में सीओ इटवा श्रीयश त्रिपाठी ने कहा कि घटनाक्रम पर निगाह रखी जा रही है। अभी तहसीलदार ने तहरीर नहीं दी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
रात को कुछ लोगों के साथ बंगले पर भी पहुंचा था आरोपित
तहसीलदार राजेश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि गुरुवार की रात आरोपित लेखपाल व उनके साथ कुछ लोग बंगले पर पहुंचे थे। धमकी देते हुए वापस हुए थे। वहीं आरोपित लेखपाल कमलेश मिश्रा ने कहा पूरा आरोप निराधार है। वह कोर्ट रूम में एक फाइल लेने के लिए गए थे। वहां पर तहसीलदार बिफर पड़े।