Coronavirus: बीआरडी में 108 बेड खाली, फिर भी वापस किए जा रहे संक्रमित मरीज Gorakhpur News
प्राचार्य डा. गणेश कुमार के अनुसार यहां का मुख्य आइसीयू है जहां केवल 40 बेड हैं जिसमें से 36 पर मरीज भर्ती हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में 108 बेड खाली हैं, वाबजूद इसके मरीज वापस कर दिए जा रहे हैं। कुल 200 बेड के वार्ड में वर्तमान में केवल 92 मरीज भर्ती हैं। मरीज बड़ी उम्मीद से मेडिकल कॉलेज जाते हैं लेकिन बेड खाली होते हुए भी उन्हें जगह नहीं मिल पा रही है। पिछले दिनों एक राजनीतिक पार्टी के नेता को भी वापस कर दिया गया। मजबूरी में उन्हें फातिमा अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, जहां उनकी मौत हो गई।
15 दिनों से लौटाए जा रहे मरीज
अभी तक शहर में उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान के रूप में एक मेडिकल कॉलेज ही है, जहां मरीज भर्ती होते हैं। यहां निजी अस्पतालों में भी मरीज की तबीयत जब ज्यादा खराब हो जाती है तो उन्हें मेडिकल कॉलेज ही रेफर किया जाता है। ऐसे में मरीजों की मेडिकल कॉलेज से ज्यादा उम्मीदें हैं। इसीलिए पहले से वहीं जाने की कोशिश करते हैं। लेकिन पिछले पंद्रह दिन से रोज वहां से मरीज लौटाए जा रहे हैं। सामान्य कोरोना मरीजों की सामर्थ्य निजी अस्पतालों में इलाज कराने की नहीं है, क्योंकि वहां हल्के लक्षण वाले मरीजों से आठ हजार व गंभीर लक्षण वाले मरीजों से रोज 13 हजार रुपये लिए जाते हैं। ऐसे में सामान्य मरीज निजी अस्पतालों में नहीं जा सकते हैं। कॉलेज प्रशासन द्वारा मरीजों को वापस करने से गरीब मरीजों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है।
प्राचार्य बताया कारण
बाब राघवदास मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार के अनुसार लेवल वन के मरीज लेवल वन के अस्पताल में भर्ती होने चाहिए। लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। यहां का मुख्य आइसीयू है जहां केवल 40 बेड हैं जिसमें से 36 पर मरीज भर्ती हैं। चार बेड इसलिए खाली रखे गए हैं कि वार्ड में भर्ती किसी मरीज की तबीयत अचानक खराब हो तो उसे वहां ले जाकर इलाज किया जाए।