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सफर में यात्रियों को बेडरोल जल्द, रेलवे बोर्ड के निर्देश पर एनईआर ने शुरू की तैयारी

Indian Railway News रेलवे ने ट्रेनों में बेडरोल व कंगल देने की तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिया है। कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद जून से ट्रेनों में बेडरोल नहीं दिया जा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 11 Mar 2022 09:02 AM (IST)Updated: Fri, 11 Mar 2022 09:02 AM (IST)
Indian Railway News: रेलवे ट्रेनों में शीघ्र बेडरोल उपलब्ध कराने जा रहा है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब सफर में उन्हें घर से चादर और कंबल लेकर नहीं चलना पड़ेगा। वातानुकूलित कोच के यात्रियों को जल्द बेडरोल (कंबल, चादर, तौलिया और तकिया आदि) मिलने शुरू हो जाएंगे। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

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रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध कराने का दिया निर्देश

रेलवे प्रशासन ने कोविड की दूसरी लहर के बाद ही बेडरोल देने की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन तीसरी लहर ने तैयारियों पर विराम लगा दिया। अब जब स्थित सामान्य हो गई है तो रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध कराने का निर्देश जारी कर दिया है। फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने बोर्ड को कंबल के अलावा चादर, तौलिया और तकिया के स्टाक और आवश्यकता से पहले ही अवगत करा दिया है। ताकि, समय रहते उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। साथ ही गोरखपुर स्थित मैकेनाइज्ड लाडंड्री की अद्यतन जानकारी भी दे दी है। गोरखपुर में लगभग 14 हजार कंबल हैं। उसे पांच हजार कंबल की और जरूरत है।

रेलवे स्टेशनों पर बंद हो गए स्टाल

दरअसल, संक्रमण कम होने के साथ यात्रियों ने ट्रेनों में बेडरोल की मांग तेज कर दी है। बेडरोल के बिना लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। लोगों का कहना है कि बेडरोल बंद होने के बाद भी पूरा किराया देना पड़ रहा है। रेलवे प्रशासन ने स्टेशनों पर बेडरोल की बिक्री की तैयारी की थी लेकिन योजना परवान नहीं चढ़ पाई। गोरखपुर स्टेशन पर खुला स्टाल बंद पड़ा है।

एक जून 2020 से नहीं मिल रहा बेडरोल

23 मार्च 2020 से लाकडाउन के साथ ही बेडरोल का उपयोग नहीं हो रहा है। लाकडाउन के बाद एक जून 2020 से स्पेशल के रूप में ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। लेकिन बोर्ड ने कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुए वातानुकूलित बोगियों से बेडरोल और पर्दों को हटा लिया। अब स्थिति सामान्य होने के बाद सभी ट्रेनें चलने लगी हैं। ट्रेनों में वातानुकूलित कोच भी बढ़ने लगे हैं। स्लीपर की जगह एसी थर्ड श्रेणी के कोच लगने लगे हैं।

गोरखपुर में बेडरोल की स्थिति (लगभग में)

कंबल- स्टाक में 14195, जरूरत- 5297

चादर- स्टाक में 100984, जरूरत- 27082

तकिया- स्टाक में 11599, जरूरत- 5297

तकिया कवर- स्टाक में 63294, जरूरत- 13541

तौलिया - स्टाक में 63919, जरूरत - 13541।


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