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डिस्चार्ज व जलस्तर बढ़ने से बांध पर बढ़ा दबाव, खतरे के निशान से 95 सेंटीमीटर बह रही नदी

कुशीनगर जिले में वाल्मीकि नगर बैराज से डिस्चार्ज में वृद्धि हुई और 1.66 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया। पिपराघाट में लगे गेज पर जलस्तर में भी 10 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई और यह 75.25 मीटर पर आ गया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 10:30 AM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 10:30 AM (IST)
डिस्चार्ज व जलस्तर बढ़ने से बांध पर बढ़ा दबाव, खतरे के निशान से 95 सेंटीमीटर बह रही नदी
नोनिया पट्टी में बांध पर दबाव बनाती नदी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : कुशीनगर जिले में वाल्मीकि नगर बैराज से डिस्चार्ज में वृद्धि हुई और 1.66 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया। पिपराघाट में लगे गेज पर जलस्तर में भी 10 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई और यह 75.25 मीटर पर आ गया। नदी खतरे के निशान 76.20 से महज 95 सेंटीमीटर नीचे बह रही है, इससे बांध पर दबाव बढ़ गया है।

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एक जुलाई से नदी काट रही खेत

गत एक जुलाई से पिपराघाट एहतमाली के उपाध्याय टोला, दहारी टोला, तवक्कल टोला, भंगी टोला, तेजू टोला, मोतीराय टोला, बुटन टोला, शिव टोला, देव नारायण टोला, जोगिनी टोला, नरवाजोत टोला में नदी फसल सहित खेत काट रही है। एपी बांध के किमी 12.500 से किमी 13.500 बाघाचौर नोनिया पट्टी के सामने, नरवाजोत विस्तार बांध, अमवाखास बांध के किमी 7.500 से किमी 8.600 व लक्ष्मीपुर में स्थिति संवेदनशील है। नरवाजोत-पिपराघाट बांध के किमी 950 से किमी 1.1450 पर स्लोप पर बचाव कार्य चल रहा है।

बांध को नहीं है कोई खतरा : एक्सईएन

बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता एमके सिंह ने बताया कि संवेदनशील स्थानों पर बचाव कार्य चल रहा है। बांध पूरी तरह सुरक्षित है, कहीं कोई खतरा नहीं है।

बरसाती पानी से डूबी सैकड़ों एकड़ फसल

कसया तहसील के गांव अहिरौली राजा में जल निकासी की व्यवस्था न होने से सैकड़ों एकड़ फसल डूबने के साथ-साथ सड़क पर पानी भर गया है, इससे ग्रामीणों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने समस्या समाधान के लिए अनेक बार उच्चाधिकारियों से अनुरोध किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

समस्‍या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन के लिए होंगे बाध्‍य

राजेश कुमार, प्रमोद कुमार, राजमंगल, सुरेश, रामायण, रामनरेश, सुदर्शन, अब्बास अली आदि का कहना है कि यदि समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्राम प्रधान अजय जायसवाल ने बताया कि समस्या समाधान के लिए अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। मैं अपने स्तर से जल निकासी की व्यवस्था करा रहा हूं।


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