इलेक्ट्रिट बस की राह में अधूरे चार्जिंग प्वाइंट का ब्रेक, नगर आयुक्त के निरीक्षण में सामने आई हकीकत
कई बार अंतिम समयसीमा बढ़ाने के बाद भी महेसरा में इलेक्ट्रिक बस डिपो व चार्जिंग स्टेशन का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। महेसरा में अभी विद्युतीकरण नहीं हो सका है। और तो और न तो चार्जिंग पैनल आया और न ही चार्जिंग प्वाइंट ही बना है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कई बार अंतिम समयसीमा बढ़ाने के बाद भी महेसरा में इलेक्ट्रिक बस डिपो व चार्जिंग स्टेशन का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। महेसरा में अभी विद्युतीकरण नहीं हो सका है। और तो और न तो चार्जिंग पैनल आया और न ही चार्जिंग प्वाइंट ही बना है। चार्जिंग पैनल न आने और अधूरा चार्जिंग प्वाइंट शहर में चलने के लिए तैयार इलेक्ट्रिट बसों की राह में ब्रेक बन गया है। शहर में पिछले हफ्ते छह इलेक्ट्रिक बस आ चुकी हैं।
शहर में संचालित होनी है 25 इलेक्ट्रिक बसें
शहर में 25 इलेक्ट्रिक बसें संचालित होनी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच अक्टूबर को लखनऊ में इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 28 अक्टूबर को हरियाणा से छह इलेक्ट्रिक बसें ट्रेलर से शहर में पहुंचाई गईं। अफसरों ने 15 नवंबर तक बसों को शुरू कराने की बात कही थी लेकिन चार्जिंग स्टेशन की स्थिति देखकर अब अफसर ही निराश हैं।
कई बार बढ़ाई गई निर्माण की समय सीमा
इलेक्ट्रिक बस डिपो व चार्जिंग स्टेशन के निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था पीएमआई को सौंपी गई है। पहले जुलाई और बाद में लगातार कई बार संस्था को काम पूरा कराने के लिए समय दिया गया। दो अक्टूबर तक हर हाल में काम पूरा कराने की अंतिम चेतावनी दी गई थी। सितंबर में नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा था।
नगर आयुक्त को बंद मिला काम
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने शुक्रवार दोपहर मुख्य अभियंता सुरेश चंद के साथ महेसरा में बन रहे बस डिपो व चार्जिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। शुक्रवार को काम बंद मिलने पर नगर आयुक्त ने नाराजगी जताई। मुख्य अभियंता ने बताया कि निर्माण कार्य तकरीबन 80 फीसद पूरा हुआ है। विद्युतीकरण अब तक नहीं हो सका है। संस्था चार्जिंग पैनल भी नहीं बना सकी है। चार्जिंग प्वाइंट का काम भी नहीं हो सका है।