जिले में 21.88 लाख लोगों ने लगवाया कोरोनारोधी टीका, दूसरा डोज लगवाने के लिए विभाग कर रहा प्रेरित
जिले में कोरोना से 21.88 लाख लोग सुरक्षित हो गए हैं इन्हें कोरोनारोधी टीका लगाया जा चुका है। हालांकि इनमें अभी सर्वाधिक संख्या पहली डोज वालों की ही है। लगभग 1.20 लाख लोग ऐेसे हैं जिनकी दूसरी डोज लगवाने का समय बीत चुका है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : जिले में कोरोना से 21.88 लाख लोग सुरक्षित हो गए हैं, इन्हें कोरोनारोधी टीका लगाया जा चुका है। हालांकि इनमें अभी सर्वाधिक संख्या पहली डोज वालों की ही है। लगभग 1.20 लाख लोग ऐेसे हैं, जिनकी दूसरी डोज लगवाने का समय बीत चुका है, लेकिन अभी उन्हें टीका नहीं लगाया जा सका है, विभाग उन्हें टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रहा है। विभाग का मानना है कि पहली डोज भी काेरोना से सुरक्षित करती है। इतनी एंटीबाडी बना देती है कि कोरोना उन्हें गंभीर नहीं कर पाएगा। दूसरी डोज उस एंटीबाडी को और बूस्ट करती है।
15 दिन बाद एंटीबाडी इतनी बन जाती है कि कोरोना प्रभावी न होने पाए
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि पहली डोज लगने के 15 दिन बाद एंटीबाडी इतनी बन जाती है कि कोरोना प्रभावी न होने पाए। जिले में अभी तक लगभग 17.71 लाख लोगों को पहली व 4.16 लाख लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। शासन से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन आ रही है, इसलिए अब बूथों पर पहुंचने वाले सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है। ज्यादातर बूथों को संचालित किया जा रहा है। सौ से अधिक बूथों पर टीकाकरण की तैयारी है। वैक्सीन भेज दी गई है।
सबसे ज्यादा लगी कोविशील्ड
जिले में सबसे ज्यादा लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई है। अभी तक 19.28 लाख लोगों को कोविशील्ड व 2.60 लाख लोगों को कोवैक्सीन लगाई गई है। कोविशील्ड की ज्यादा आपूर्ति है, इसलिए ज्यादातर बूथों पर यही वैक्सीन भेजी जा रही है।
टीका लगवाने में युवा आगे
स्वास्थ्यकर्मियों व फ्रंटलाइन वर्करोंं को सबसे पहले टीका लगा था। इसके बाद बुजुर्गों का नंबर आया। उन्हें टीका लगाने के बाद युवाओं को मौका दिया गया लेकिन अब युवा सबसे आगे निकल गए हैं। 18 से 44 वर्ष वालों की संख्या 12.86 लाख है, जबकि 45 से 60 वर्ष के 5.56 लाख व 60 वर्ष से अधिक के 3.45 लाख बुजुर्गों ने टीका लगवाया है।