कुशीनगर में मतदान की खुशी में भूल गए कोरोना गाइडलाइन
कुशीनगर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग के लिए बनाया गया डेस्क बेमतलब साबित हुआ अधिकारी भी मतदाताओं को शारीरिक दूरी का पाठ पढ़ाना मुनासिब नहीं समझे कहीं भी सरकार के निर्देशों का पालन नहीं हुआ हर तरफ जमकर गाइडलाइन का उल्लंघन हुआ।
कुशीनगर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गुरुवार को मतदान की लहर में कोविड प्रोटोकॉल के नियमों की परवाह नहीं दिखी। मतदाताओं की बेकाबू होती भीड़ पर भी पुलिस का नियंत्रण नहीं दिखा। वहीं मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिग के लिए जो डेस्क बनाई गई थी, वह भी सन्नाटे में रहीं। आशा कार्यकर्ताओं में ज्यादातर प्रशिक्षण के अभाव में थर्मल गन लेकर मतदेय स्थलों के बाहर खड़ी रहीं। मतदाता वोट डालने आते रहे और जाते रहे। उनकी थर्मल स्क्रीनिग नहीं हो सकी।
निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन का पालन करते हुए कोविड नियमों के तहत सारी व्यवस्था मतदान केंद्रों व मतदेय स्थलों पर की गई थी। प्रशासन ने दिन-रात एक करके सारी तैयारी रखी। लेकिन, मतदान शुरू होने के कुछ घंटे बाद यह सारे नियम धरे रह गए। कई जगह मतदान को लेकर भीड़ एकदम से बढ़ी। इस भीड़ पर पुलिस की सख्ती भी बेअसर रही। जिस वजह से शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो सका। प्राथमिक विद्यालय बभनौली के बूथ पर शारीरिक दूरी को लेकर सख्ती न होने से पुरुष व महिला मतदाताओं के बीच की दूरी कम रही। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मतदाताओं को शारीरिक दूरी का पाठ पढ़ाना शायद लोगों ने सही नहीं समझा। जिसकी वजह से नियम टूटते रहे और मतदान होता रहा। पूर्व माध्यमिक विद्यालय धुरिया इमिलिया, प्राथमिक विद्यालय धुरिया कोट, प्राथमिक विद्यालय धुरिया हाता, प्राथमिक विद्यालय अहिरौली हनुमान सिंह सहित आधा दर्जन मतदान केंद्रों पर यह तस्वीर देखने को मिली।
कई बूथों पर टेंट न लगने से हुई परेशानी
विकास खंड खड्डा के रामनगर, रामपुर जंगल, मलहिया, बोधीछपरा, नौतार जंगल, बंजारी पट्टी आदि बूथों पर टेंट की व्यवस्था नहीं थी। इससे मतदाताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रोजा रखने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों को कड़ी धूप में घंटों लाइन लगाकर मतदान करना पड़ा। शबनम, इमरान, नसरुन नेशा, नईम अंसारी, सायरा खातून आदि का कहना था कि जिम्मेदारों को मतदान स्थल पर टेंट की व्यवस्था करनी चाहिए था। आरओ डा. सत्येंद्र कुमार यादव ने बताया कि टेंट की जिम्मेदारी ठीकेदार को दी गई थी। अगर टेंट नहीं लगाया था तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।