कुशीनगर में विकास कार्यो में तेजी लाएं अधिकारी: आयुक्त
कुशीनगर में वर्ल्ड बैंक के सहयोग से प्रो-पूअर टूरिज्म डेवलपमेंट के तहत हो रहे कार्यो की मंडलयुक्त जयंत नार्लीकर ने समीक्षा की इस योजना के तहत जापान की तर्ज पर मियावाकी गार्डेन के लिए स्थान चिह्नित करने पर चर्चा हुई तथा योजना को अमली जामा पहनाने पर जोर दिया गया।
कुशीनगर: वर्ल्ड बैंक के सहयोग से प्रो-पूअर टूरिज्म डेवलपमेंट के तहत कुशीनगर में प्रस्तावित विकास कार्यों की समीक्षा शनिवार को आयुक्त जयंत नार्लीकर की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कार्यों में देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए तेजी से कार्य कराने के निर्देश दिए।
प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय स्तर पर लोगों से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया। पेयजल, प्रसाधन, पर्यटक सूचना केंद्र और यात्री प्रतीक्षालय निर्माण प्राथमिकता के आधार पर कराने का निर्णय लिया गया। जापान की तर्ज पर कुशीनगर में मियावाकी गार्डेन के लिए स्थान चिह्नित किया जाएगा। इस गार्डेन को विकसित किया जाएगा जिससे सैलानी इसके प्रति आकर्षित होंगे। यहां आने पर उन्हें काफी सुकून मिलेगा। कुशीनगर को आकर्षक बनाने के लिए तेजी से कार्य कराए जाने पर जोर दिया गया।
डीएम एस राजलिगम, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा, उपनिदेशक पर्यटन/वर्ल्ड बैंक के परियोजना निदेशक अनूप श्रीवास्तव, वित्तीय प्रबंधक वर्ल्ड बैंक मनोज विष्ट, क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी रविद्र कुमार, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी हेमराज, पर्यटक सूचना अधिकारी राजेश कुमार भारती, ईओ प्रेमशंकर गुप्त, तहसीलदार दीपक गुप्त, अमित कुमार द्विवेदी, भंते नंदिका, भंते महेंद्र, भिक्षुणी धम्मनैना, अंबिकेश त्रिपाठी, भापुस के सीए शादाब खान, वीरेंद्र नाथ त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
पर्यटन विकास के लिए 35 करोड़ रुपये है प्रस्तावित
पर्यटन विकास को लेकर वर्ल्ड बैंक के सहयोग से प्रो-पूअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत 35 करोड़ रुपये प्रस्तावित है। इसमें राजकीय बौद्ध संग्रहालय के सु²ढ़ीकरण के लिए 15 करोड़, विपश्यना केंद्र के लिए छह करोड़, कुकुत्था नदी, होटल पथिक निवास व विजिटर सेंटर के लिए चार-चार करोड़ और फूड प्लाजा विकास के लिए दो करोड़ रुपये प्रस्तावित है।