Gorakhpur Coronavirus News: दूसरे दिन सौ से नीचे रही संक्रमितों की संख्या, मिले केवल 53 मरीज
गोरखपुर में 81 संक्रमित मिलने के बाद शनिवार को 53 संक्रमित मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इससे पहले 31 मार्च को जिले में 49 संक्रमित मिले थे। पिछले साल से अब तक जिले में 58 हजार 836 संक्रमित मिले चुके हैं।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ रही है। दो महीने में शनिवार को पहली बार 53 मरीज मिले हैं। हालांकि एक बार फिर मृतकों की संख्या में इजाफा हुआ है। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज और निजी अस्पतालों में भर्ती 13 संक्रमितों की मौत हुई है। इनमें सात गोरखपुर के हैं। स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर मृतकों की संख्या आठ दिखाई गई है। सरकारी रिकार्ड में पिछले साल से अब तक 669 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। मौत की वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा है।
शहरी क्षेत्र में 24 और ग्रामीण क्षेत्र मिले 27 कोरोना संक्रमित, मृतकों में सात गोरखपुर के
शुक्रवार को 81 संक्रमित मिलने के बाद शनिवार को 53 संक्रमित मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। इससे पहले 31 मार्च को जिले में 49 संक्रमित मिले थे। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि पिछले साल से अब तक जिले में 58 हजार 836 संक्रमित मिले चुके हैं। इनमें 56 हजार 257 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 1910 हो गई है। इस महीने की शुरुआत में सक्रिय मरीजों की संख्या 10 हजार 308 हो गई थी।
इनकी हुई मौत
गोरखपुर खजनी की 48 वर्षीय महिला, सहजनवां के 56 वर्षीय पुरुष, झुंगिया बाजार की 60 वर्षीय महिला, राप्तीनगर की 70 वर्षीय महिला, चौरीचौरा के 60 वर्षीय पुरुष की मौत हुई है। जिले के 64 वर्षीय पुरुष और महिला की मौत रेलवे और निजी अस्पताल में हुई है। बिहार के गोपालगंज के एक व्यक्ति, देवरिया की एक महिला और एक पुरुष, कुशीनगर के दो पुरुष और एक महिला की मौत बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के कोविड अस्पताल में हुई है।
जून तक गोरखपुर मंडल में स्थापित हो जाएंगे 15 आक्सीजन प्लांट
वर्तमान में आक्सीजन की मांग भले ही 30 फीसद रह गई हो लेकिन तीसरी लहर की आंशका को देखते हुए नए आक्सीजन जेनरेटर प्लांट लगाने का काम तेजी से चल रहा है। गोरखपुर मंडल के चारो जिलों में कुल 25 आक्सीजन प्लांट और लगाए जाने हैं, जिनमें से 15 प्लांट जून महीने के अंत तक स्थापित कर दिए जाएंगे। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने इस संबंध में शुक्रवार की आनलाइन बैठक कर प्लांट लगाने के लिए तैयारियां तेज करने को कहा।
समीक्षा बैठक के दौरान सभी जिलों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं प्लांट स्थापित करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे। मंडलायुक्त ने गोरखपुर के नंदानगर स्थित टीबी अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए सिविल कार्य और तेज करने को कहा। यहां जल्द ही आक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। इसी तरह चौरी चौरा सीएचसी में बनाए जा रहे कोविड अस्पताल के लिए आक्सीजन प्लांट वहां स्थापित किया जा चुका है। बड़हलगंज के राजकीय होम्योपैथिक मेडिल कालेज में बन रहे 100 बेड के कोविड अस्पताल में आक्सीजन प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। यहां सिविल से जुड़े कार्य पूरे हो चुके हैं और जल्द ही आक्सीजन प्लांट गोरखपुर पहुंच जाएगा। इसी तरह हरनही में भी जल्द प्लांट लग जाने की उम्मीद है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भी आक्सीजन प्लांट लगाने का काम चल रहा है, जून महीने में यहां भी प्लांट स्थापित कर दिया जाएगा। मंडलायुक्त ने कहा कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है, इसी के मद्देनजर तैयारी चल रही है। आक्सीजन प्लांट लगा रही कंपनियों के प्रतिनिधियों से उन्होंने कार्य की प्रगति के बारे में जाना। स्वास्थ्य विभाग को इस बात का निर्देश दिया कि प्लांट लगने के बाद उसके संचालन में क्या खर्चे आएंगे, उसका प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध कराएं, जिससे उसे शासन को भेजकर खर्चे की व्यवस्था की जा सके। संचालन का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग का होगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आक्सीजन प्लांट जल्द स्थापित किए जाएं। मंडलायुक्त ने बैठक में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की भीह समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिस जिले में जरूरत हो, वहां मंडल मुख्यालय से टीका उपलब्ध कराया जाए। यह काम अनवरत जारी रहना चाहिए। एक जून से सभी जिलों में 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीकाकरण की तैयारी करने का निर्देश मंडलायुक्त ने दिया।